बीके नागरिक अस्पताल के आपातकाल (इमरजेंसी) और इंडोर में मरीजों को उल्टी-दस्त समेत कई बीमारियों की दवा नहीं मिल रही हैं। उल्टी-दस्त के दौरान गंभीर रोगियों को चढ़ाने के लिए ग्यूकोज (आरएल की बोतल) खत्म है। मरीजों का आरोप है कि उपचार से पहले ग्लूकोज चढ़ाने के लिए कैन्यूला भी बाजार से खरीदकर लाना पड़ रहा है। इस बदहाल व्यवस्था के बीच मरीजों को.. उपचार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
गर्मी के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इन दिनों उल्टी-दस्त व जल जनित बीमारियों से संबंधित दवाएं भी अस्पताल में नहीं हैं। अस्पताल के डॉक्टर कई महत्वपूर्ण दवाइयों को बाहर से खरीदकर लाने के लिए पर्ची थमा देते हैं।
इससे दुर्घटना में घायल और उल्टी-दस्त से पीड़ित गंभीर रोगियों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बीके अस्पताल आपातकालीन वार्ड में उल्टी-दस्त और जलजनित बीमारियों से पीड़ित रोजाना एक दर्जन से में अधिक मरीजों को गंभीर हालात भर्ती किया जा रहा है।
इसके अलावा दुर्घटना में घायल, प्रसूति सहित कई कई गंभीर रोगियों को भर्ती होते हैं। मरीजों को एंटीबायोटिक्स देने की जरूरत हैती है ।
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