HomeLife StyleEntertainmentमैं समय हूं..., जाने कौन है महाभारत की इस आवाज़ के पीछे

मैं समय हूं…, जाने कौन है महाभारत की इस आवाज़ के पीछे

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इस लॉकडाउन के समय में दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत दिखाई जा रही है. दर्शक घरों में बैठ रामायण और महाभारत देख रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से महाभारत और रामायण के सभी चरित्र चर्चा में आ गए हैं. लेकिन क्या आप महाभारत के उस किरदार के बारे में जानते हैं जो कभी स्क्रीन पर दिखाई तो नहीं दिया, लेकिन सुनाई दिया. अपनी आवाज के दम पर ही उसने लोगों के दिलों में जगह बनाई.

हरीश भिमानी
हरीश भिमानी

बीआर चोपड़ा की महाभारत में समय को जिसने अपनी आवाज दी उनका नाम है हरीश भिमानी. हरीश भिमानी की इस आवाज ने लोगों के ऊपर अपना जादू चला दिया था. आइए जानते हैं कि कैसे हरीश की आवाज समय की आवाज बनीं.

एक इंटरव्यू में हरीश भिमानी ने बताया- ‘एक शाम मुझे गूफी पेंटल (शो के कास्टिंग डायरेक्टर) का फोन आया कि बीआर के मैन स्टूडियो में आ जाना कुछ रिकॉर्ड करना है. मैंने पूछा क्या है तो उन्होंने बताया नहीं. आमतौर पर हमारे व्यवसाय में ये बताया नहीं जाता कि क्या रिकॉर्ड होने वाला है. क्योंकि जब तक वो लोगों के सामने नहीं आता तब तक वो सीक्रेट होते है.’

गूफी पेंटल (शो के कास्टिंग डायरेक्टर) जिन्होंने शकुनि मामा का किरदार निभाया था
गूफी पेंटल (शो के कास्टिंग डायरेक्टर) जिन्होंने शकुनि मामा का किरदार निभाया था

हरीश के कहे अनुसार ‘मैं वहां गया तो मुझे एक कागज थमा दिया. मैंने उसे पढ़ डाला, मैं उसे पूरा कर पाऊं उससे पहले ही मुझे बोला गया कि ये डॉक्यूमेंट्री जैसा लग रहा है. तो मैंने कहा हां और क्या है ये. उन्होंने मुझे बताया नहीं, तो मैंने फिर से किया.’

‘लेकिन उन लोगों ने कहा ठीक है फिर देखेंगे. मुझे लगा कि वो संतुष्ट नहीं हुए. फिर दो-तीन दिन बाद दोबारा कॉल आई. मैं दोबारा गया. फिर मैंने 6-7 टेक्स दिए.’

हरीश ने आगे कहा- ‘इसके बाद उन लोगों ने मुझे सब समझाया. बताया कि कैसे समय को आवाज देनी है. तीसरी बार जब रिकॉर्डिंग हुई तो मैंने एक सुझाव दिया. आप लोग कह रहे हैं कि मैं आवाज बदलूं. लेकिन अगर मैं आवाज बदलूंगा तो वो मजाकिया हो जाएगी. इसकी गंभीरता खत्म हो जाएगी.’

‘फिर मैंने कहा कि इसका टैम्पो बदला जाए. तो उन लोगों ने कहा सुनाओ. फिर मैंने जैसे मैं आमतौर पर गंभीरता से समझाकर बोलता हूं वो और आकाशवाणी के बीच का कुछ किया. फिर मैंने वैसे ही बोलना शुरू किया कि मैं समय हूं… बस फिर वो ही फाइनल हो गया.’

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