दान दक्षिणा देना बेहद ही नेक काम होता है। हम अकसर जरूरतमंदों को दान करते रहते है। वही हिंदू धर्म में दान करना बहुत पुण्यदायी कार्य माना गया है। दान-दक्षिणा करने से ना सिर्फ भगवान का आशीर्वाद मिलता है बल्कि घर में सुख-शांति और बरकत भी आती है।
जरूरतमंद लोगों की मदद करना मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा कार्य है। लेकिन कुछ दान ऐसे भी होते हैं जिन्हें देने से लाभ नहीं बल्कि होता है नुकसान।
फटी हुई किताबों का न करे दान। ऐसा करने से मां सरस्वती नाराज हो जाती है। फिर इसका बुरा परिणाम बच्चों को भुगतना पड़ता है। बच्चे पढ़ाई लिखाई में कमजोर हो जाते हैं। इसी प्रकार फटे कटे ग्रंथ भी दान नहीं करना चाहिए। ये भी अशुभ होता है।
झाड़ू का न करे दान। झाड़ू अलक्ष्मी को दूर करती है। इसलिए बहुत से लोग धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदते हैं। कहा जाता है कि धन समृद्धि के लिए झाड़ू को ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां किसी की नजर ना जाए। कभी भी किसी को झाड़ू का दान नहीं देना चाहिए। इससे बरकत चली जाती यानी लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
ऐसा माना जाता है कि किसी जरूरतमंद को खाना खिलाने से आपको उस व्यक्ति की दुआए मिलती हैं। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं। इससे आपको सौभाग्य की प्राप्ति होती है। लेकिन अपना झूठा या बासा खाना किसी को दान नहीं करना चाहिए। इससे देवी अन्नपूर्णा का अपमान होता है।
नुकीली चीजें न करे दान। कैंची, चाकू, तलवार या बंदूक इत्यादि दान में नहीं दिए जाते हैं। ये सामने वाले को नुकसान पहुंचा सकता है। यह चीजें पारिवारिक कलह बढ़ाती हैं। इसलिए ऐसी चीजों का दान करने कि भूल ना करें।
प्रयोग किया हुआ तेल न करे दान। खराब या इस्तेमाल किया हुआ तेल का दान नहीं करना चाहिए। इससे शनिदेव नाराज हो जाते हैं। फिर घर पर एक के बाद एक कई दुखो का प्रकोप मंडराता है। इसलिए तेल दान करना ही है तो नया तेल दान करें।
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