दिवाली का त्यौहार है हर जगह सजे बाजार है। दिवाली के आने से पहले ही लोग शॉपिंग में बिजी हो जाते है ऐसी में वो कुछ भी सोचे समझे बिना बस खरीदारी में मगन रहते है। खरीदारी में मगन रहने के कारण ये इतनी बड़ी भूल कर देते है की इसका अंदाजा इन्हे नही होता। दरअसल दिवाली के दिन लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा करना बहुत जरूरी होता है। इससे घर फलता फूलता है और बरकत भी होती है।
लेकिन क्या आप जानते है की लक्ष्मी पूजन करने करने के हम अकसर ऐसी मूर्ति उठा लाते है जो लाना अशुभ माना जाना है। क्या आपको पता है लक्ष्मी पूजन में कैसी मूर्ति घर लाना चाहिए जिससे भगवान प्रसन्न हो और आप पाप से बच जाएंगे। तो जान लीजिए एक महत्वपूर्ण जानकारी की दिवाली पूजन में कैसी मूर्ति घर लाए।
मान्यता है कि अगर दिवाली के लिए लक्ष्मी-गणेश खरीदने की सोच रहे हैं, तो धनतेरस के दिन ही खरीदना शुभ होता है। इसके साथ ही ध्यान रखें कि दोनों की अलग-अलग मूर्ति खरीदें न कि संयुक्त मूर्ति।
कहते हैं कि दिवाली के दिन गणेश- लक्ष्मी जी की बैठी हुई मुद्रा की मूर्ति का ही पूजन करें। खड़ी मुद्रा की मूर्तियां उग्र स्वभाव की विनाशक मानी जाती हैं। इसलिए पूजा के समय बैठी मूर्ति का इस्तेमाल करें।
दिवाली पूजन के लिए मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि खंडित मूर्ति पूजा में रखना अशुभ माना जाता है। इसलिए मूर्ति कहीं से खंड़ित या टूटी हुई न हो। ऐसी मूर्ति को पूजा में नहीं रखना चाहिए।
वहीं, अगर गणेश जी की प्रतिमा खरीद रहे हैं, तो ध्यान दें कि उनकी सूंड बाईं तरफ मुड़ी हो और उनका वाहन चूहा मूर्ति में जरूर बना हुआ हो।
कहते हैं कि गणेश जी जिस मूर्ति में हाथ में मोदक लिए हुए उसी मूर्ति को पूजन में रखें। ऐसी मीर्ति का पूजन सुख और समृद्धिदायक माना जाता है।
वहीं, लक्ष्मी जी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि लक्ष्मी जी के हाथ से धन की वर्षा हो रही हो। हाथ से सिक्के गिर रहे हो। लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति को धन लक्ष्मी कहा जाता है। मान्यता है कि दिवाली पर धन लक्ष्मी का पूजन घर में धन-धान्य और समृद्धि लाता है।
साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि मां लक्ष्मी उल्लू के बजाय, हाथी या कमल के आसन पर विराजमान हों। लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति का पूजन लाभदायक होता है।
दिवाली पर मिट्टी की बनी मूर्ति का पूजन करना सबसे शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिन अष्टधातु, पीतल या चांदी की मूर्ति का भी पूजन किया जा सकता है। लेकिन प्लास्टर ऑफ पेरिस या प्लास्टिक की मूर्ति का पूजन भूलकर भी न करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
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