ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले पांच-छह दिनों से सर्द हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ गई है। शुक्रवार को दिन भर धूप नहीं निकली। ठंड के कारण बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। कई लोगों ने अलाव जलाकर राहत पाने की कोशिश की। दिन का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 20 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सर्द हवाओं के चलते रहवासियों ने घर में ही रहना बेहतर समझा। बाहर निकले लोगों ने गर्म कपड़े पहनकर ठंड से बचने की कोशिश की।
बुजुर्गों और बच्चों की सेहत का ध्यान रखना चाहिए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के इस मौसम में बुजुर्गों और बच्चों की सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है। तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव शरीर के लिए परेशानी पैदा करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर ज्यादा असर पड़ता है। अब डॉक्टरों के पास सर्दी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। जिला सिविल बादशाह खान अस्पताल में बड़ी संख्या में सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित बच्चे आ रहे हैं। जानकारों की मानें तो सर्दी की शुरुआत से ही सावधानियां बरतकर सेहत को दुरुस्त रखा जा सकता है।
बच्चों का विशेष ध्यान रखें
संतोष अस्पताल के प्रबंध निदेशक व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संदीप मल्होत्रा का कहना है कि इन दिनों बुखार और खांसी के मामले अधिक आ रहे हैं। खांसी का असर पांच से सात दिन तक रहता है। इन दिनों गुनगुना पानी पिएं। ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करें। घबराएं नहीं, सावधान रहें।
सर्दियों में रखें सेहत का ख्याल
मेट्रो अस्पताल के श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज छाबड़ा का कहना है कि ठंड बढ़ने के साथ ही सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। खासकर बच्चे और उन्हें उठने में दिक्कत हो रही है। इनमें खांसी, छींक आना, सांस लेने में दिक्कत और तेजी से सांस लेने पर सीने में जकड़न शामिल हैं। बेचैनी, सिर में भारीपन, सांस लेने में जल्दी थकान महसूस होने की समस्या देखी जा रही है।
कैल्शियम की कमी के कारण हड्डी से संबंधित समस्याएं
आर्थोपेडिक डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव कहते हैं कि आमतौर पर कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियों और जोड़ों में दर्द होता है। इन दिनों ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। शरीर को पर्याप्त मात्रा में सूर्य की किरणें नहीं मिल पाती हैं, ऐसे में पौष्टिक आहार लें, खासकर कैल्शियम युक्त भोजन।
सर्दियों में ये सावधानियां बरतें
1) मास्क का प्रयोग करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
2) बार-बार हाथ धोते रहें, आप सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
3) सूर्योदय के बाद मॉर्निंग वॉक पर जाएं।
4) शारीरिक दूरी का पालन करें।
5) आहार पर ध्यान दें
6) खाने में ताजे फल और सब्जियां ज्यादा लें।
7) खान-पान की शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
8) घर का बना, कम वसा वाला भोजन करें। पोशाक पर ध्यान दो
9) साफ कपड़े पहनें, ठंड से बचने के लिए सबसे पहले सूती कपड़े पहनें, उनके ऊपर ऊनी कपड़े पहनें।
10) हमेशा मुंह की बजाय नाक से सांस लें, इससे हवा गर्म होगी और आपकी छाती तक पहुंचेगी।
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