ग्रेटर फरीदाबाद से फरीदाबाद आने पर बीच रास्ते में बड़ी पाइप लाइन आगरा नहर के ऊपर से गुजरती है। लोग इसे शॉर्टकट के रूप में उपयोग करने के लिए अपनाते हैं, परंतु कई बार यह उनकी जिंदगी पर बोझ बन जाता है। रविवार की सुबह 12 वर्षीय बच्ची अपनी मां के साथ दवा लेने जा रही थी। इसी बीच अचानक पैर फिसला और वह नहर में जा गिरी। लोहे के कई छोटे-छोटे पुल दिखे, जो चलने के काम आते हैं। ये छोटे लोहे के पुल रेनवेल की मोटी पानी की लाइनों को फरीदाबाद तक ले जाने के लिए बनाए गए हैं। इसके साथ एक छोटा सा रास्ता है, जिस पर पैदल यात्री गुजरते हैं। सिंचाई विभाग ने ऐसी सड़कों को न तो बंद किया है और न ही वहां चेतावनी बोर्ड लगाया है। बुढ़िया नाला के ऊपर पानी की पाइप लाइन से गुजरने के लिए एक लोहे का पुल भी बनाया गया है, जिसे लोग खूब इस्तेमाल करते हैं।
पाइपलाइनों को बनाया गया पुल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एनआईटी, बरखाल और फरीदाबाद पश्चिमी भाग में स्थित हैं। यमुना के तट पर बने वर्षा कुएँ पूर्वी भाग में बने हैं। इन वर्षा कुओं से पानी पश्चिमी दिशा में मोटी पाइपलाइनों द्वारा पहुँचाया जाता है, लेकिन आगरा नहर रास्ते में है। इसके ऊपर कई जगहों पर निगम द्वारा लोहे के छोटे-छोटे पुल बनाए गए हैं। इन पुलों के ऊपर से पानी की मोटी लाइनें गुजर चुकी हैं। कई लोग इन्हें शॉर्टकट के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने बोर्ड नहीं लगाया
आगरा नहर से नवीनीकरण लाइन को पार करने के लिए लोहे के छोटे-छोटे पुल हैं। इसके ऊपर से पानी की लाइनें गुजर रही हैं। इसके साथ ही लोहे की चादर का एक छोटा सा रास्ता भी है, ताकि अगर पानी की लाइन में कोई दिक्कत हो तो उस पर चलकर कर्मचारी फाल्ट को ठीक कर सकें। आगरा नहर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अंतर्गत आती है। मौके पर कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ ब्रजकिशोर ने बताया कि बोर्ड लगाया जाएगा। विभागों को सड़कों पर बेरिकेडिंग करने को कहा जाएगा।
यह है खतरनाक पुल
1) पल्ला में हरकेश नगर के समीप आगरा नहर पर पुल बनाया गया है।
2) इसी तरह सेक्टर-17 कट के पास आगरा नहर पर लोहे का छोटा पुल है। इसके ऊपर से पानी की पाइप लाइन जाती है। यह पुल भी खुला है।
3) तीसरी पुलिस बीपीटीपी के पास है। इसका उपयोग कॉलोनी के लोग करते हैं।
4) अरावली से यमुना तट तक शहर का सबसे बड़ा बरसाती नाला बुढ़िया नाला की बात करें तो यहां लोहे का पुल बनाया गया है। इसके बीच से पानी की लाइनें गुजर चुकी हैं, लेकिन सराय ख्वाजा जाने के लिए कभी-कभी इसका इस्तेमाल डीएलएफ औद्योगिक क्षेत्र के कर्मचारी करते हैं। इस नाले के नीचे काफी कीचड़ है, अगर कोई गिरेगा तो पूरी तरह डूब जाएगा।
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