स्मार्ट सिटी में लगभग 384 पार्कों का रखरखाव विभिन्न आरडब्ल्यूए द्वारा किया जाता है। पार्कों की देखरेख तीन अधिकारी कर रहे हैं, लेकिन नगर निगम समय से भुगतान नहीं कर रहा है, जिससे आरडब्ल्यूए अधिकारियों को परेशानी हो रही है। दिसंबर में निगम ने सिर्फ दो माह का भुगतान किया। अब निगम का 10 माह का बकाया है। नगर निगम के अंतर्गत कुल 717 पार्क हैं। निगम ने इनमें से 384 पार्कों की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए को दी है।
आपको बता दे कि पार्कों की साफ-सफाई से लेकर माली के खर्च तक आरडब्ल्यूए खुद वहन कर रही है। आरडब्ल्यूए के अधिकारियों के अनुसार नगर निगम को प्रत्येक पार्क के रखरखाव के लिए प्रति वर्ग मीटर 3 रुपये प्रति माह दिया जाता है, जिसमें पार्कों का रखरखाव, माली, माली, साफ-सफाई सहित अन्य खर्चे शामिल हैं। पिछले एक साल से निगम ने आरडब्ल्यूए का भुगतान नहीं किया है। समय पर भुगतान नहीं होने से आरडब्ल्यूए पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है। पार्कों के लिए पैसा नहीं मिलने पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई है।
वहीं दिसंबर में नगर निगम द्वारा आरडब्ल्यूए अधिकारियों को पार्कों के रखरखाव के लिए दी जाने वाली राशि में एक रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। निगम अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि जल्द भुगतान किया जाएगा, लेकिन 12 महीने के बजाय सिर्फ 2 महीने का पैसा दिया गया। अभी 10 माह का बकाया है, जिससे आरडब्ल्यूए के अधिकारियों को पार्कों के रखरखाव में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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