कई बार सड़क पर गड्ढे जानलेवा साबित हो जाते हैं। शहर से लेकर गांव तक कई ऐसे हादसे हो जाते हैं। गड्ढे भरने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक आप विकसित किया है जिसका नाम है हरपथ ऐप इस ऐप पर शिकायत आने के बाद 5 दिन में समाधान का दावा किया गया हैं।
लेकिन इस ऐप के बावजूद भी कई महीनों की शिकायत यूं ही पड़ी रहती है। कोई भी सुध नहीं लेता है। इस वजह से शहर में अधिकतर सड़कों पर गड्ढे हैं जिसकी वजह से वाहन चालकों को आए दिन परेशान होना पड़ता है।
फोन में हरपथ एप डाउनलोड करने के बाद मोबाइल नंबर भरना होता है। जिसके बाद ओटीपी आने के बाद उसका वेरिफिकेशन करवाना जरूरी है। उसके बाद किसी भी सड़क पर गड्ढे की फोटो खींचकर आप पर अपलोड करनी होती है। यहां की लोकेशन एप अपने आप उठाता है। ऐसे में शिकायतकर्ता को उस लोकेशन पर रहना जरूरी है।
शिकायतकर्ता को फोटो और आसपास जगह की निशानी दर्ज करानी होती है। शिकायत संबंधित विभाग के पास भेज दी जाती है। शिकायत मिलने पर अधिकारी को मौके पर जाकर गधा देखना होता है और इसकी पूरी जानकारी ऐप पर डाली होती है।
सड़क पर गड्ढों की वजह से 26 सितंबर 2020 में न्यू जनता कॉलोनी में रहने वाले इंजीनियर की प्याली हार्डवेयर रोड के गड्ढे की वजह से जान चली गई। वही दिसंबर 2022 को सेक्टर 18 निवासी अंकुर की स्कूटी बंगाल शूटिंग रेंज के सामने सड़क पर बने गड्ढे की वजह से अनियंत्रित हो गई और हादसे में ढाई साल की बेटी की मौत हो गई।
नगर निगम के मुख्य अभियंता बीके कर्दम का कहना है कि सड़क पर गड्ढों की हर महीने करीब 30 शिकायतें आती है। छोटे गड्ढे को तुरंत ठीक कर दिया जाता है। यदि सड़क पर अधिक गड्ढे हैं तो उसका एस्टीमेट बना दिया जाता है। अनुमति के बाद सड़क पर काम किया जाता है। कोशिश की जाती है कि तुरंत समाधान किया जाए।
एनआईटी निवासी रविंद्र चावला का कहना है कि चिमनी बाई धर्मशाला और पांच नंबर की सड़क पर गड्ढों की शिकायत की थी। साल बीत गया लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। ऐसे में निराश हो गए हैं और अब शिकायत की नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री से केवल एक आते हैं कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए।
एसजीएम नगर में रहने वाले राजेश शर्मा ने बताया कि कई बार गड्ढे की शिकायत की सेक्टर 21बी में कोढ़ी कॉलोनी के सामने और नीलम पुल के पास कई महीनों से गड्ढे हैं। हजारों वाहन चालक परेशान होते हैं, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ, इसलिए शिकायत करने का भी कोई फायदा नहीं।
व्यापार मंडल से लेकर चिमनी बाई धर्मशाला तक सड़कों पर गड्ढे हैं। वर्ल्ड सीट की ओर जाने वाली मास्टर रोड पर भी गड्ढे हैं। वहीं सेक्टर 62 और बल्लभगढ़ तिगांव रोड पर भी अनेक गड्ढे है। खेड़ी पुल से तिगांव सड़क पर भी अत्यंत गड्ढे है।
एनआईटी 2 3 के गोल चक्कर के पास प्याली चौक से सरहन चौक तक वहीं सेक्टर 12 से 15 को विभाजित करने वाली सड़क मोहना रोड और बल्लमगढ़ से सेक्टर 37 चावला कॉलोनी, 100 फुट रोड और मलरेना सड़क तक अनेक गड्ढे है जिसकी वजह से आए दिन वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और कभी कुछ लोगो की सड़क हादसे में जान चली जाती है।
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