अरावली के जंगलों में बनी आधा दर्जन से अधिक कृत्रिम झीलें दो युवाओं की मौत की घटना के बाद अब फिर से एक बार चर्चा में हैदर अली के नाम से चर्चित इन कृत्रिम झीलो में गिरकर वर्ष 2009 में आज से अब तक 100 से अधिक युवाओं की जान जा चुकी है। बीते 2 सालों में ही 5 से अधिक युवाओं की मौत हो गई है। बावजूद इसके सरकारी महकमा सैलानी की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं दिखा।
सरकारी अम्लों की लापरवाही से अरावली के जंगल में बने कृत्रिम झील यानी डेथ वैली ने साल 2009 से अब तक 100 से अधिक युवाओं की मौत की नींद सुला चुकी है। बावजूद संबंधित विभाग हादसा रोकने का इंतजाम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में इंटरनेट पर सैर सपाटे के ठिकाने तलाशते हुए दिल्ली एनसीआर के काफी वह वहां पहुंच रहे हैं। विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि बीते दो साल में यहां 5 से अधिक युवाओं की इस में डूबने से मौत हो गई है। दो युवाओं की डूबने से अरावली की डेथ वैली एक बार फिर से चर्चा में है। जानकारी के अनुसार अरावली में 8 से 10 गहरी खाई व कृत्रिम झील हैं।
इन जिलों की खूबसूरती की फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर भी अपलोड होती है। ऐसे में गर्मी के दिनों में सैर सपाटे की योजना बना रहे हैं। युवा सोशल मीडिया पर वीडियो फोटोस देखकर आकर्षित हो जाते हैं। इन लोगों को कहना है कि झील की खूबसूरत पानी को देखकर उसमें नहाने उतरते और हादसे का शिकार हो जाते हैं।
अरावली स्थित सिरोही कृत्रिम झील में डूबने से दिल्ली के संगम विहार निवासी नजीम व गुड्डू उर्फ मधुसूदन की मौत हो गई। दोनों अपने चार दोस्तों के साथ झील के पास मौज-मस्ती करने थे। साथ ही दोनों झील में नहाने उतरे थे। बीके अस्पताल में दोनों के शवों का पोस्टमार्टम किया गया।
अरावली में कई गहरी खाई व कृत्रिम झील है। कई झील तो फरीदाबाद-गुरूग्राम रोड किनारे स्थित है, जहां हादसा होने की आशंका अधिक है। ऐसे में इन झीलों के आसपास व गुरुग्राम फरीदाबाद रोड पर चेतावनी संबंधित बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए जाएंगे, जिससे युवा जागरूक हो सके।
जानकारी के अनुसर वर्ष 1991 तक अरावली में खनन का कार्य चल रहा था। वर्ष 1991 में सरकार ने इसपर रोक लगा दी। ऐसे में फरीदाबाद-गुरूग्राम रोड किनारे आधे दर्जन से अधिक गहरी खाई कृत्रिम झील में बदल गई। साथ ही जंगल के अंदर भी कई ऐसे खाई है, जो झील का रूप ले लिया है। ये झीलें प्राकृतिक नहीं हैं। इनकी गहराई का अंदाजा लगाना मुश्किल है ।बावजूद सोशल मीडिया पर इसकी खूबसूरती देखकर लोग वहां तक पहुंचते हैं और नहाने के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में इसमें गिरकर अपनी जान गवां रहे हैं। इस झील को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…