इन दिनों यमुना नदी अपने रौद्र रूप में हैं, ऐसे में यमुना के किनारे बसे गांव जलमग्न हो गए हैं। क्योंकि पानी करीब 15 -16 रिहायशी इलाकों के 10 हज़ार घरों में घूस चुका है। वहा पर बाढ़ के हालात बने हुए हैं। ऐसे में यहां के लोग न चाहते हुए भी अपने घरों से बेघर हो रहें हैं।
वैसे बाढ़ के इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन पुलिस और राजस्व विभाग हर संभव प्रयास कर रहा हैं। लेकिन हालात फिर भी वैसे ही बने हुए हैं। रिहायशी इलाकों के साथ साथ यमुना का यह पानी करीब 20 गांव के खेतों में भी घूस गया है, जिस वजह से करीब तीन हज़ार एकड़ में खड़ी फ़सल बर्बाद हो चुकी हैं।
अब शहर की स्थिति और खराब ना हो इसलिए प्रशासन जलभराव से निपटने का इंतजाम भी कर रही है। इसके लिए नगर निगम ने अधिकारियों को काम पर लगा दिया है। क्योंकि अब जलभराव की समस्या बनी तो हालात और भी ज्यादा गंभीर हो सकते हैं।
बता दें कि फ़रीदाबाद की ऐसी हालत इस लिए हैं, क्योंकि अभी तक ओखला बैराज से 3.72 लाख कयूसिक पानी हरियाणा में छोड़ा गया हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पूरे 10 साल बाद एक बार फ़िर से यमुना ने अपना ये रूप दिखाया है।
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