इन दोनों फरीदाबाद के किसानों की हालत बेहद नाजुक है, क्योंकि इस साल उनका बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है। दरअसल कुछ समय पहले तो बाढ़ ने फसल बर्बाद कर दी और अब बेसहारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे है। किसानों ने कई बार इन बेसहारा पशुओं की शिकायत प्रशासन से भी की है, लेकिन प्रशासन कहां किसी की सुनता है। प्रशासन की इस नासूनी का हर्जाना किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
बता दे कि किसान रात भर जाकर इन आवारा पशुओं से अपनी फसलों की रक्षा करते हैं। लेकिन यह बेसहारा पशु 15-20 की संख्या में आते हैं, जिस वजह से किसान इनको रोक नहीं पाते। और अपनी ही आंखों के सामने अपनी फसल को बर्बाद होते हुए देखते हैं। इन बेसहारा पशुओं का आतंक किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। इसके साथ ही प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी कोई मदद न मिलने पर किसानों में प्रशासन के प्रति नाराजगी है।
बेसहारा पशुओं के इस आतंक पर बादशाहपुर गांव के किसान नैनपाल का कहना है कि, इन बेसहारा पशुओं से अपने खेतों को बचाने के लिए उन्हें दिन-रात खेतों की चौकीदारी करनी पड़ती है, साथ ही खेतों की तारबंदी भी करवानी पड़ रही है। जिस वजह से उनका ज्यादा खर्चा हो रहा है। लेकिन प्रशासन से लाख शिकायत करने के बाद भी प्रशासन इन बेसहारा पशुओं को गौशाला नहीं भेज रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय किसानों ने धान, ज्वार, बाजरा, दाल और सब्जी की फसल बोई हुई है।
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