साथ जीना और साथ मरना एक फिल्मी डायलॉग है, आज की इस मतलबी दुनिया में ना ही कोई साथ जीता है और ना ही मरता है। लेकिन हरियाणा के हिसार जिले के हांसी शहर के गोसाई गेट के पास रहने वाले ज्योतिषी दर्शन सेठी के माता- पिता ने ‘साथ जीने और साथ मरने’ का यह फिल्मी डायलॉग सच साबित कर दिया है। क्योंकि सेठी के पिता हरबंस लाल सेठी और माता कृष्णवंती सेठी ने एक साथ दुनिया से अलविदा कह दिया है।
दरअसल बीते बुधवार को हरबंस लाल सेठी का देहांत हो गया था, घर पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां चल ही रही थी के इसी बीच घरवालों को पता चला की हरबंस के साथ उनकी पत्नी कृष्णवंती सेठी ने भी दुनिया से अलविदा कह दिया है। इस बात का पता चलते ही घरवालों ने घर पर दो मोक्ष वाहन बुलाए और सिसाय रोड स्थित श्मशान घाट में एक साथ दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया।
जानकारी के लिए बता दें कि हरबंस लाल सेठी की उम्र 81 साल और पत्नी कृष्णवंती सेठी की उम्र 78 साल है। दोनो में बेहद प्यार था। वैसे उनका देहांत पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि ऐसा बहुत ही कम होता है।
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