Faridabad शहर में इन दिनों भ्रष्टाचार काफ़ी बढ़ रहा हैं, जिस वजह से आम जनता को दिक्कत हो रही हैं। क्योंकि यहाँ फ़ाइलो में तो काम होता है लेकिन असलियत में नहीं। दरअसल नगर निगम के अधिकारियो और ठेकेदारों की मिली भगत की वजह से शहर की सड़कों पर अंधेरा छा रहा हैं। इनकी लापरवाही शहर की जनता पर भारी पड़ रही है।
वैसे रात के अंधेरे में इन बिना स्ट्रीट लाइटों वाली सड़कों पर सफर करना वाहन चालकों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक होता है। क्योंकि अंधेरे में किनारे खड़े वाहन, गढ्ढे, बेसहारा पशु, सड़क किनारे लगे पेड़ नही दिखते हैं, जिस वजह वाहन चालक उन से टकरा जाते है और दुर्घटना का शिकार हो जाते है। इसके अलावा शहर की मार्केट में भी लाइट नहीं है, जिस वजह से ख़रीदारी करने वालो को भी परेशानी होती है।
बता दें कि फिलहाल शहर में 55 हज़ार से अधिक लाइट है और इनमें से आधी से ज्यादा ख़राब है।इसी के साथ बता दें कि इस वक्त सेक्टर-21 C, सेक्टर-9-10 की डिवाइडिंग सड़क, सेक्टर-2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 सहित अन्य सेक्टरों की काफी लाइटें खराब पड़ी हैं। हालाकि लोगों ने कई बार शिकायत की है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
अब ऐसे में सवाल उठता है कि यदि इस रात के अंधेरे में कोई वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? क्योंकि प्रशासन के मुताबिक शहर की हर सड़क पर स्ट्रीट लाइट बिलकुल बढ़िया कंडीशन में है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है।
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