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फरीदाबाद में हीरे जवाहरात की नहीं बल्कि तुलसी के पौधे की हो रही है चोरी

फरीदाबाद: अपनी हीरे जवाहरात और पैसे की चोरी के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपने तुलसी के पौधों की चोर के बारे में कभी सुना है?

कोविड-19 वैश्विक महामारी के समय सभी लोगों का बाहर आना जाना निषेध कर दिया गया है। भले ही इस लॉकडाउन में आम आदमी क्या हो गया होगा लेकिन इस समय कुदरत और प्रकृति की पूरी तरह आजाद हुई है।

फरीदाबाद में हीरे जवाहरात की नहीं बल्कि तुलसी के पौधे की हो रही है चोरी

जैसे हर समस्या के दो पहलू होते हैं उसी तरह लॉकडाउन के भी दो पहलू सामने उभर कर आए हैं।

लॉक डाउन का दूसरा पहलू यह है कि इसके लगने के बाद बड़े-बड़े इंडस्ट्रियल महानगरों में भी प्रकृति के दर्शन हो रहे हैं। जो आसमान एक समय पर प्रदूषित था अब उसके जरिए हम दूसरे ग्रह जैसे शुक्र, शनि और दूसरे तारों को बड़ी आसानी से देख पा रहे हैं।

जो पंछी एक समय पर लुप्त हो गए थे वह वापस अपने स्थानीय जगह पर लौट आ गए हैं। लेकिन इसी बीच एक चौकाने वाली खबर यह भी सामने आ रही है कि फरीदाबाद में तुलसी के पौधे लगातार लुप्त होते जा रहे हैं।

आखिर फरीदाबाद में तुलसी के पौधे क्यों लोग हो रहे हैं?

  1. सबसे पहले आपको बता दें कि तुलसी का पौधा एक दिव्य औषधि के समान हैं। इससे जटिल से जटिल रोग और बीमारियां दूर हो जाती हैं।
  2. सामान्य बीमारी जैसे जुखाम, खासी से लेकर जटिल बीमारी जैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी, शारीरिक कमजोरी, अनियमित पीरियड्स के लिए तुलसी के पत्ते बड़े लाभदायक है।
  3. लेकिन लॉकडाउन के समय हरियाणा और उसके अन्य जिलों में तुलसी के पौधों की मात्रा लगातार कम हो रही है।
  4. सामान लोगों की बात सुने तो उनका कहना है कि लोग कोविड-19 से लड़ने के लिए और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तुलसी के पौधे की चोरी कर रहे हैं।
  5. सूत्रों के अनुसार फरीदाबाद चंडीगढ़ हिसार गुरुग्राम और करनाल में तुलसी पौधों की चोरी के मामलों में बढ़ चढ़कर केस सामने आए हैं।
  6. लॉकडाउन से पहले लोग अपने पड़ोसियों से तुलसी के पत्ते मांग कर काम चलाया करते थे लेकिन अब तो घरों में से पूरे के पूरे तुलसी के पौधे गायब हो रहे हैं।
  7. नर्सरी यानी जहां पेड़ पौधे उगाए जाते हैं, तुलसी की अधिक मांग के कारण वहां पर भी खुशी की कमी पाई गई है।
  8. तुलसी के पौधों के लगातार घटने के कारण बाजारों में तुलसी के पौधों की कीमत 70 रुपए से बढ़ाकर 250 रुपए कर दी गई है। वह तुलसी का पौधा जिसे भारत में लक्ष्मी माता का अवतार मानकर पूजा जाता है, अब वह तुलसी का पौधा भी सुरक्षित नहीं है। इस पर आपकी क्या राय है कमेंट करके बताइए!

Written by-Vikas Singh

Avinash Kumar Singh

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