फिर से टैंकों के साथ आए 500 चीनी सैनिक भारतीय सेना के जवानों ने ऐसे खदेड़ा :- धोखेबाज चीन लगातार सीमा पर तनाव बढ़ा रहा है. बातचीत के बाद अपने वादों से मुकर रहा है. यानी कि ऐसा करके विस्तारवादी चीन क्या करना चाहता है उससे भारत अच्छी तरह समझ चुका है. मगर अब उसे पता होना चाहिए कि जिस मंशा के साथ वो भारत पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहा है.
अब ऐसा नहीं हो पाएगा क्यों कि भारत हर मोर्चे पर उसे तगड़ा जवाब देने के लिए तैयार है. हाल ही में हमारे शूरवीरों ने धोखेबाजी करने वाले चीन के सैनिकों को जो गर्दन तोड़ पराक्रम दिखाया उससे चीन को कितना बड़ा नुकसान हुआ उसे बताने से वो गुरेज कर रहा है.
लेकिन क़ब्रों की फोटो सामने आने के बाद ये पता चल चुका है कि चीन को भारत से पंगा लेना भारी पड़ गया. इसीलिए अब चीन दोबारा से भारत के साथ धोखेबाजी करने की कोशिश की.
पूरे तैयारी से इस बार भी चीनी सैनिक सीमा पर कायराना हरकत को अंजाम देने के लिए पहुंचे मगर इस बार हंमारे जवान किस तरह से मुस्तैद थे जिसकी वजह से चीनियों को दुम दबाकर भागना पड़ा उसके बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.
दरअसल लद्दाख की सीमा पर 29-30 अगस्त की रात को पैंगोंग सो झील क्षेत्र के दक्षिणी तट की ओर से चायनीज सैनिकों ने फिर से घुसपैठ करने की कोशिश की. चीनी सैनिकों को इस प्रयास में मुँह की खानी पड़ी. क्यों कि उसे नहीं पता था कि इस बार भारतीय सैनिक पूरी तरह से सतर्क है.
दरअसल भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो के दक्षिण तट पर घुसपैठ कर रहे चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया. लेकिन सुनने में आपको ये जितना आसान लग रहा है. ऐसा करना काफी चुनौतीपूर्ण था. हकीकत में चीनी सैनिकों को पीछे धकेलना मुस्तैदी और शौर्य भरा काम था.
ऐसा इसलिए क्योंकि चायनीज सैनिक इस बार बहुत ही तैयारी के साथ आए थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो झील के पास 500 से अधिक चीनी सैनिकों ने भारतीय इलाकों में घुसने का प्रयास किया.
चीनियों के आक्रामक रवैये को समझना है तो सिर्फ 500 से ज्यादा सैनिकों की घुसपैठ को मत देखिए. क्यों कि नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट बताती है कि इन 500 से अधिक चायनीज सैनिकों को कवर करने के लिए इनके साथ-साथ टैंक भी आए थे.
हालाँकि भारतीय सेना चीनियों की इस आक्रामक नीति और चुपके से घुसपैठ करने की प्रवृति से वाकिफ थी. इसीलिए हर तरह से तैयार भी थी. अपनी सीमा की भारतीय शूरवीरों ने ऐसी घेराबंदी की कि चायनीज सैनिकों को बिना लड़े अपनी जान बचाकर भागना पड़ा.
खैर इससे साफ है कि चीन कितनी भी चालबाजी कर ले लेकिन अब उसकी चालबाजी का भारत हर मोर्चे पर हर तरह से कड़ा जवाब देने के लिए तैयार है. चीन शायद यह भूल गया है की ये भारतीय सेना है जो जान दे देगी पर भारत की ज़मीन का एक इंच भी नहीं देगी।
Credit: VKNEWSINDIA
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…
भारतीय जनता पार्टी के फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने…
रविवार को एनआईटी से कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा ने जवाहर काॅलोनी डबुआ काॅलोनी मेन रोड…
एनआईटी विधानसभा से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा का गांव फतेपुर तगा पहुंचने…
स्वतंत्रता दिवस की 78 वीं वर्षगांठ पर "अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी" द्वारा आजादी के गर्व का…