हरियाणा में पीटीआई टीचरों की बहाली की मांग को लेकर आज 86वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी है। लगभग पिछले 2 महीने से धरना प्रदर्शन कर रही हरियाणा की पीटीआई टीचरों का कहना है कि कोरोना की इस मार ने पहले ही कमाई के सभी दरवाज़े बंद कर दिए थे और अब हरियाणा सरकार का ऐसा रूखा व्यवहार इन पीटीआई टीचरों को फूटी आँख नहीं सुहा रहा।
दरअसल कोरोना के इस दौर में हरियाणा सरकार ने 1983 पीटीआई टीचर निकाले हैं और यही वजह है कि यह शिक्षक अपना घर-बार छोड़ धरने पर बैठने को मजबूर हो गए हैं।
इस शिक्षकों का साथ देने हरियाणा की एक नन्ही बच्ची सामने आयी तो सबका हौंसला और बुलंद हो गया। नन्हीं बच्ची वंशिका ठाकुर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 1983 पीटीआई टीचर निकाले है जिनमें उनकी पिता की भी नौकरी चली गई है।
उन्होंने कहा कि पिता की नौकरी नहीं होने के कारण उसकी पढ़ाई भी ख़राब हो रही है। वंशिका ने हरियाणा सरकार से उसके पिता सहित दूसरे पीटीआई टीचरों की नौकरी बहाल करने की मांग की है।
सरकार की तरफ से ध्यान न देने के कारण पीटीआई टीचरों ने अब हरियाणा सरकार के खिलाफ नई रणनीति बनाकर सरकार के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। 13 सितंबर को सीएम सिटी करनाल में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें हरियाणा सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई जाएगी इस राज्य स्तरीय प्रदर्शन में हरियाणा के सरकारी कर्मचारी भी शामिल होंगे।
पीटीआई टीचरों ने साफ तौर पर हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग जल्द पूरी नहीं हुई तो आने वाले दिनों में विधायकों और सांसदों का घेराव भी किया जाएगा।
Written By- MITASHA BANGA
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