आश्विन माह ,की नवरात्रि को “शारदीय त्योहार” कहते हैं । शारदीय नवरात्री त्योहार 17, अक्टूबर से आरंभ हो रहा है। नवरात्री ,में माँ के नो रूपो के पूजा होती हैं। माँ दुर्गा के नो रूप है।
1•माँ शैलपुत्री
2• माँ ब्रह्मचारिणी
3• माँ चन्द्रघण्टा
4•माँ स्कंदमाता
5• माँ कत्यायनी
6•माँ कालरात्रि
7• माँ महागिरी
8• माँ सिद्वीदात्री
9• माँ महागौरी

नवरात्रि, के आरंभ होते है शुभ कार्यो के शुरुआत हो जायेगी। शास्त्रों के अनुसार, माँ दुर्गा के नो दिन ऐसे होते हैं, जिसमे बिना कोई मूहर्त देखे कोई भी कार्य किया जा सकता है। नवरात्री, के मौके पर सबसे ज्यादा लोग अपने घरों मे गृह प्रेवश करते हैं।नवरात्री ,मे गृह प्रेवश करने से घर में सुख शांति आती है।

गृह प्रवेश ,करते समय रखे इन बातों का ध्यान:
नये घर में प्रवेश करते समय, आप कलश जरूर साथ रखें। कलश ,में जल भरकर आम के पत्ति रखे ,इसके अलावा कलश स्वास्तिक का निशाना बनाना न भूले। नवरात्रि, में गृह प्रेवश वक्त कलश के साथ नारियल ,हल्दी, गुड़,चावल, को जकरूर ले जाये। घर प्रवेश पति पत्नी एक साथ करे ।