वैश्विक महामारी को चलते लॉकडाउन के बाद से कई कंपनियों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम करने के दौरान युवा अपने पॉस्चर का ध्यान नहीं रख पा रहे हैं।

इससे उनमें गर्दन, कंधा, घुटने और कमर दर्द की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। इनमें ज्यादातर वे व्यक्ति हैं जो कंप्यूटर पर छह से आठ घंटे तक लगातार बैठकर काम कर रहे हैं। ऐसे में लोग अस्पतालों के बहार लम्बी फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के क्लिनिक के बहार स्पाइनल कोड की समस्या को लेकर लम्बी लाइन लगी हुई है।
वर्क फ्रॉम होम होने से निजी कंपनियों में कंप्यूटर पर काम करने वाले कर्मचारियों को ऑफिस जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा है। वह घर पर सोफा, बेड या इधर-उधर बैठकर अपना काम कर रहे हैं। इस दौरान उनका पॉस्चर सही नहीं बना पा रहा है। इससे उनमें गर्दन, कंधे और घुटने की दर्द शिकायत है।ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि तालाबंदी के बाद से सर्वाइकल यानी गर्दन में दर्द की शिकायत लेकर काफी मरीजों के फोन आ रहे है।

विशेषज्ञो का कहना है की अगर आप में है सर्वाइकल के यह लक्षण दिखे तो डॉक्टर से सपर्क करे।
- गर्दन की मांसपेशियों में कड़ापन होना और उसमें खिंचाव आना।
- कंप्यूटर पर लगातार काम करने से दर्द बढ़ जाना
- हाथों, पैरों और पंजों में झुनझुनी, सुन्नपन महसूस होना।
- सिर के पिछले भाग और कंधों में लगातार दर्द की शिकायत
- घुटने को मोड़ने व वजन उठाने दिक्कत महसूस होना
- कमर में दर्द रहना, भारी चीज को उठाने में परेशानी

विशेषज्ञो का कहना है की काम के दौरान ऐसी गलतिया न करे
- कंप्यूटर पर काम करते समय अपना पॉस्चर सही रखें
- लगातार एक जगह बैठकर काम न करें, बीच-बीच में टहलें
- काम के दौरान पैर को समय-समय पर सीधा करते है
- प्रतिदिन सुबह-शाम नियमित रूप से व्यायाम को अपनाएं
- मोबाइल फोन को अपने कान और कंधे के बीच में फंसाकर बात न करें
- हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन करें