शुरुआती दौर में जहां फरीदाबाद में कोरोना के केवल चुनिंदा मामले थे ,यहां तक कि अभी कुछ दिनों पहले भी केवल 6-7 एक्टिव केसेस थे । लेकिन अब आश्चर्यजनक बात यह है कि पूरे हरियाणा में कोरोना की वजह से 3 लोग अपना जीवन हार चुके है और उन्हीं में से एक की डैथ फरीदाबाद में ही हुई है ।
शायद इसीलिए जिले के प्रशासन द्वारा किए जाने वाले कार्यों में ढील हुई , क्योंकि ये केवल लोगों कि लापरवाही से नहीं हुआ बल्कि प्रशासन द्वारा बरती गई ढील से आज फरीदाबाद रेड ज़ोन में है ।यदि प्रशासन थोड़ी सख्ती से पेश आता तो शायद इन पर काफी हद तक रोक लगती । फरीदाबाद में कई इलाके ऐसे है जहां भीड़ भाड़ और अन्य दुकानें जैसे कपड़ों की दुकानें खुली नज़र आईं ।
जहां कभी नूह के बाद फरीदाबाद का नाम आता था , आज फरीदाबाद ने उसे भी पीछे छोड़ दिया । आखिर क्यों फरीदाबाद में कोरोना के मामलों पर रोक नहीं लग रही । दो दिन पहले फरीदाबाद में कोविड-19 केवल 6 एक्टिव केसेस थे और आज 1 मई को 12 एक्टिव केसेस फरीदाबाद में है जिनकी पुष्टि हो चुकी है और इलाज चल रहा है ।
फरीदाबाद जिले से सटे पलवल , गुड़गाव भी फरीदाबाद से बेहतर है । हर कार्य में फरीदाबाद सबसे आगे रहता है इसलिए शायद अब हरियाणा में भी कोरोना के मामलों में फरीदाबाद सबसे आगे है । हरियाणा में सोनीपत और फरीदाबाद रेड ज़ोन में चिन्हित किए है ।इसी के साथ साथ ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार झज्जर जिले को भी रेड ज़ोन में शामिल किया गया ।
रेड ज़ोन : सरकार ने उन इलाकों को रेड ज़ोन में चिन्हित किया है जहां कोविड 19 के मामलों की संख्या ज़्यादा है और संक्रमण की ग्रोथ रेट भी अधिक है । इस क्षेत्र में सरकार डोर टू डोर सुविधाएं देगी ।इस ज़ोन में आए हुए जिलों को इस बारे में ये अनुमान लगा लेना चाहिए कि रेड ज़ोन में लॉक डाउन बढ़ेगा । इस ज़ोन से बाहर निकलने के लिए आपको ही सरकार का सहयोग करना होगा ,घरों में रहना होगा और दिशा निर्देशों को पालन करना होगा ।
ऑरेंज ज़ोन : वो जिले है जहां पिछले 14 दिनों से कोरोना का कोई भी केस सामने नहीं आया । इस इलाके में सीमित एक्टिविटी जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, खेती के उत्पादों की हार्वेंस्टिंग आदि के लिए ही परमिशन है। गेहूं का आटा ,खाद्य तेल आदि के परिवहन के लिए भी यहां परमिशन होगी ।
ग्रीन ज़ोन : स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार ग्रीन ज़ोन वो जिले है जहां कोरोना का मामला चिन्हित नहीं किया गया है ।इन क्षेत्रों में सरकार द्वारा कुछ छूट दी जा सकती है ।बिजनेस मूवमेंट जारी कर सकते है और दुकानें भी खोली जा सकती है ।
कभी नूह जिला भी कोरोना का सबसे संक्रमित जिला था लेकिन आज वो भी रेड ज़ोन से बाहर निकल चुका है । यदि फरीदाबाद में हालत सुधारने होंगे तो प्रशासन को कड़े कदम उठाने होंगे ।
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