जिले में इस समय भले ही गुलाबी ठंड का मौसम चल रहा हो लेकिन बिजली की समस्या से ग्रेटर फरीदाबाद के लोग सर्दी में गर्मी वाला एहसास महसूस कर रहे हैं। दरअसल, सेक्टर-88 में स्थित आरपीएस सवाना व कुंजिल हाइट्स सोसायटियों और सेक्टर-76 स्थित एडल डिवाइन कोर्ट सोसायटी में डीएचबीवीएन की ओर से स्थायी बिजली कनेक्शन नहीं मिला है।
स्थाई कनेक्शन नहीं मिलने के कारण यहां के लोगों में डर का माहौल रहता है। बिल्डर्स ने इन्हें बातों में बहलाया लेकिन अब बिल्डर्स ने भी दूरियां बना ली हैं। सोसायटियों के निर्माण के दौरान बिल्डर ने बिजली निगम से अस्थायी कनेक्शन लिया था, जिससे अब तक सप्लाई हो रही है।

अस्थाई कनेक्शन आज नहीं तो कल प्रशासन काट सकता है। यही कारण है कि यहां पर बिजली सप्लाई प्रभावित होती है और जनरेटर चलाना पड़ता है। इन तीनों सोसायटियों में तक़रीबन 3200 परिवारों का डेरा है। यहां के अस्थायी कनेक्शन के कटने की खतरा भी मंडरा रहा है, क्योंकि, सोसायटी को बिजली सप्लाई के लिए रेगुलर कनेक्शन लेना जरूरी है।

किसी भी सोसाइटी को बिजली सप्लाई के लिए स्थाई कनेक्शन लेना ज़रूरी होता है। इन कनेक्शन का चार्ज बिजली निगम में बिल्डर को जमा कराना होता है, लेकिन बिल्डर की अपनी इच्छा के चलते यहां पर बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है। जिले में भी ग्रैप लागू हो गया है जिसके कारण ईपीसीए की ओर से निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि सोसायटी में सिर्फ लिफ्ट के लिए जनरेटर चलाया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ 6 महीने तक छूट दी गई है।

यहां रहने वाली जनता बिल्डरों ओर प्रॉपर्टी डीलर्स पर गंभीर आरोप लगाती रहती है। वहां के प्रधान मानते हैं कि, आरपीएस बिल्डर लोगों के साथ धोखा कर रहा है। यहां पर बिल्डर ने आरपीएस पाम्स के नाम पर कनेक्शन लिया है और उसी लाइन से आरपीएस सवाना सोसायटी को बिजली सप्लाई दे रहा है। यह कानूनन गलत है।