एक अजीबो गरीब मामला निकल कर सामने आया, जिसे कुदरत का करिश्मा ही कह सकते है। जी हां जीवन में एक मां बनना महिलाओं के लिए सौभाग्यपूर्ण है। शादी के बाद सभी महिला मां बनना चाहती है। अब एक ऐसा कुदरत ने खेल खेला है जिससे कि एक बूढ़ी मां खुश हो गयी। ये पूरा मामला आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के नेललापतीर्पाडू का।
जहां एक मां की पुकार भगवान में बहुत देरी से सुनी। दरअसल एक 74 वर्षीय महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। हालांकि ऐसा पहला मामला आया होगा जिसे आप सुन रहे होंगे।

इन व्रिटो फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया के माध्यम से गर्भ धारण करने वाली मंगायम्मा ने यहां अहल्या नर्सिग होम में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। चार डॉक्टरों की एक टीम ने सिजेरियन ऑपरेशन किया।
डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व करने वाले उमाशंकर ने कहा कि मां और बच्चे दोनों स्वस्थ और ठीक हैं। 74 साल की एर्रामत्ती मंगम्मा की शादी 22 मार्च 1962 को एर्रमाटी राजा राव से हुई थी।

आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के नेललापर्तीपाडु गांव के रहने वाले राजा राव और मंगम्मा को अब बस एक बच्चे की चाह थी, लेकिन इसको लेकर भगवान उनकी गोद नहीं भरते, जिससे कि वो बहुत उदास रहती।
लिहाजा, वे अपने बच्चे होने के सपने को साकार कई डॉक्टरों, अस्पतालों में गए, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। उसके बाद भी उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी, वे लगातार डॉक्टर्स से कंसल्ट करते रहते।

इस उम्र में आकर इस कपल के साथ मानों चमत्कार हो गया। अब देरी सही लेकिन भगवान उनकी 2 बच्चों के साथ गोद भर दी। आपको बता दें कि ये सबसे ज्यादा उम्र में की मां बनने का विश्व रिकॉर्ड है।