एनआईटी 2 में इस समय महामारी का डंका तो बज ही रहा है साथ में लोगों में बंदरों का भी डर है। यहां बंदरों ने जनता का जीना हराम कर दिया है। इस क्षेत्र में लगातार बंदरों का आतंक बढ़ते जा रहा है। एनआईटी 2 के डी,बी,सी ब्लॉक में जनता बंदरों के डर से घरों से बहार नहीं निकल रही है। लोगों का कहना है कि पहले लॉकडाउन में मजबूरी में घर रहना पड़ा लेकिन अब बंदरों के कारण बहार निकलने में डर लगता है।
एनआईटी 2 के डी और सी ब्लॉक का तो यह हाल है कि यहां लोग बंदरों के डर से अपने घरों का दरवाज़ा भी खोलने में डरते हैं। घर का मेन गेट खोलते ही बंदर घरों में प्रवेश करने लग जाते हैं।

बंदर छतों के रास्ते से भी घरों के अंदर घुस जाते हैं। जिले में दिन प्रतिदिन बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है। बंदरों की संख्या बढ़ने से इनके द्वारा काटने के मामलों में भी लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। बंदरों ने सिर्फ एनआईटी के लोगों का ही नहीं बल्कि ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है।
बंदरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए लोगों ने नगर निगम अधिकारीयों को कई बार शिकायत दी, निगम के ट्विटर पर भी जनता ने बहुत सी बार अपना हाल बताया लेकिन अधिकारीयों ने बंदरों को पकड़ने के बजाय लोगों को घर के अंदर रहने की नसीहत दे डाली। बीते दिनों भीतर बंदरों ने शहर में ऐसा आतंक मचाया कि इन्होंने अलग-अलग स्थानों पर हमला कर लोगों को घायल कर दिया।

नगर निगम के अधिकारी भ्रष्टाचार के लिए तो जाने ही जाते थे लेकिन अब उनका यह कहना कि बंदरों से बचना है तो घरों से मत निकलो, उनके कामों पर भी सवाल खड़े करता है। शहर में बंदरों के काटने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बंदरों की टोली लोगों के घरों में घुसकर न केवल सामान में तोड़फोड़ कर रही है, बल्कि ये छतों पर सूखते कपड़ों को भी फाड़कर बड़ा नुकसान कर रहे हैं।