ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो यह कहे कि बिजली उसके लिए ज़रूरी नहीं। लेकिन प्रदेश में ऐसे बहुत से गांव हैं जहां बिजली नहीं आती। परंतु अब सभी 6841 गांव करीब डेढ़ साल बाद 24 घंटे बिजली शेड्यूल पर आ जाएंगे। चौबीस घंटे शेड्यूल के बाद रोजाना इन गांवों को कम से कम 22 से 24 घंटे बिजली जरूर उपलब्ध करवाई जाएगी।
बिजली कटौती से सभी आयु वर्ग के लोग परेशान होते हैं। बात यदि हम बच्चों की करें या बूढ़ों की। आपको बता दें, इस समय सूबे के 4750 गांवों में ही यह बिजली शेड्यूल दिया जा रहा है। बिजली निगम ने अब उक्त लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।

प्रदेश सरकार के इस फैसले से ग्रामीण वासी खुश हैं। बिजली कंपनियां लगातार मुनाफे में रहें, इसके लिए भी अफसरों को और बेहतरी के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं। हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुख्य प्रबंध निदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि अगले 18 महीनों में प्रदेश के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली शेड्यूल शुरू हो जाएगा।

ग्रामीण वासियों के चहरे पर मुस्कुराहट लाके सरकार आगे की तैयारियों में जुट गई है। बता दें, बिजली वितरण निगम का 5 वर्ष पहले जहां करीब 80 प्रतिशत लाइनलोस था, अब वह घटकर 20 प्रतिशत के करीब रह गया है। भविष्य में इसे 15 प्रतिशत तक लाने का प्रयास है। हरियाणा बिजली वितरण निगम को जो लाभांश होगा उसका दो प्रतिशत समाज हित में लगाया जाएगा।

मनोहर सरकार कुछ दिनों पहले बिजली के रेट भी सस्ते किये थे। भले ही उसका ज़्यादा असर जनता को ना मिला हो लेकिन यह कदम ग्रामीणों के लिए अच्छा उठाया गया है। 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ता को 2 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट खर्चा देना होगा और खेती के लिए 10 पैसे यूनिट है। जबकि हरियाणा सरकार द्वारा 4 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदी जाती है।