अगर आप भी पत्नी के सताए है तो आप भी इस आश्रम में आ सकते है और अपने जीवन को यापन कर सकते है, जी हां ये बात बिल्कुल सही और सच है। जो आप सुन रहे है वो 16 आना खड़ी बात है।
दरअसल आज से पहले देश में 3 तरह के आश्रम हु करते थे। अनाथ आश्रम जिसमें अनाथ बच्चों को रखा जाता था जिनके माता पिता नहीं होते है या फिर जो अपने बच्चों नहीं रखना चाहते दूसरा वृद्ध आश्रम जिसमें बुजुर्ग रहते है जिसमें कुछ औलाद ऐसी होती है जो अपने माता पिता को घर से बाहर निकाल देते है वो वृद्ध आश्रम का सहारा लेते है।

तीसरा विधवा आश्रम यानी जिन महिलाओं के पति इस जमीन से चले जाते हैं या फिर वो महिलाएं पति की सताई हुई होती हैं तो विधवा आश्रम का साथ लेती है लेकिन अब जिस चौथे और अनोखे आश्रम का जिक्र करने जा रहे है उस आश्रम के बारे में शायद ही आपने पहले कभी अपने जीवन में सुना होगा।
आज हम आपको बताने जा रहे है कि एक ऐसा आश्रम भी है जो खास तौर पर उन पुरुषों के लिए खोला गया है जो शादीसुदा है। उसी के साथ साथ आपको बता दे ये उन शादीसुदा पुरुषों के लिए है जो पत्नी के सताए हुए है। अगर कोई पत्नी अगर किसी पति को सताती है प्रताड़ित करती है तो वो लोग यहां पर आकर रह सकते हैं। लेकिन यहां एंट्री के लिए इन्हें कुछ क्राइटेरिया को क्रॉस करना पड़ता है।

अगर इन चीजों को ये क्वालीफाई कर लेते हैं तब इन्हें इस आश्रम के अंदर रहने की इजाजत मिलती है। दरअसल महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में इस आश्रम को खोला गया है। इस आश्रम की स्थापना भारत फुलारे ने की थी। वो खुद पत्नी द्वारा सताए हुए हैं। उनकी पत्नी ने उनपर चार केस दर्ज करवाए थे। इसके कारण भारत का जीना काफी मुश्किल हो गया था। भारत का कोई भी रिश्तेदार उससे बात नहीं करता और उससे मिलने से कतराता था।
केस की वजह से कई महीने तक वो अपने घर भी नहीं जा पाया। कई बार तो उसे आत्महत्या तक करने का मन होता था। उस दौरान उनकी कुछ लोगों से मुलाकात हुई और उनसे अपनी पूरी कहानी बताई जिसके बाद उनलोगों से उन्हें कानूनी सलाह मिली और उसी के बलबूते इस तमाम अत्याचारों से बाहर निकले लेकिन इसके बाद उन्होंने फैसला किया कि अब वो ऐसे किसी भी युवक को शिकार नहीं होने देंगे और अगर कोई शिकार होता है तो उसके लिए वो सहयोग करेंगे।
