फरीदाबाद जिले में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हवा की गति कम होने से स्थिति अधिक खराब होती जा रही है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए फरीदाबाद समेत दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हुए एक सप्ताह का समय बीत चुका है, मगर प्रदूषण के स्तर में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
आने वाले 2 से 3 दिन तक इसी तरह की स्थिति बनी रहने की आशंका है। शनिवार को भी जिले में हवा में प्रदूषक तत्व पीएम-2.5 का स्तर 367 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया, जोकि देशभर में सबसे प्रदूषित शहरों में पर रहा।

ऐेसे में प्रशासन की तरफ से भी सभी विभागों को प्रदूषण नियंत्रण के पूरे इंतजार करने के निर्देश दिए हुए हैं। राजधानी दिल्ली में भी प्रदूषण बहुत खतरनाक हो गया है। दिन में भी शाम जैसा अंधेरा छाया रहता है। हवा भी बहुत जहरीली हो चुकी है और ऐसे में सांस लेना मुश्किल हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी किए गए एयर बुलेटिन के अनुसार शनिवार को फरीदाबाद का एयर क्वॉलिटि इंडेक्स 367 दर्ज किया गया।

मौसम में बदलाव के बाद से इस सीजन का यह सबसे प्रदूषित दिन रहा। पिछले साल 27 अक्टूबर के बाद एक्यूआई 325 से पार पहुंचाना शुरू हुआ था, लेकिन इस साल जल्द ही हवा अधिक खराब होने लगी है। दूषण के कारण कई इलाकों में लोगों का दम घुटने लगा है और सांस लेना मुश्किल हो रहा है।

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण की तरफ से 2 से 3 दिनों तक प्रदूषण का स्तर बढ़ने का अनुमान किया है। जिले में स्माग फिर तेजी के साथ बढ़ने लगा है। शाम होते ही आसमान में सफेद कोहरेनुमा चादर छाने लगती है। सर्दी की दस्तक के साथ ही पराली व पत्ती जलाने के मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है।