फरीदाबाद की हवा अब सुबह की सैर और जॉगिंग के लायक नहीं रह गई है। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सफर ने लोगों के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है। इसके मुताबिक, स्वस्थ लोगों को भी जॉगिंग से दूर रहना चाहिए और सुबह की सैर भी धीरे-धीरे और रुक-रुक कर करना चाहिए। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सोमवार सुबह भी कोई सुधार नहीं हुआ है। यहां की हवा अभी बेहद खराब श्रेणी की बनी हुई है।
जिले की हवा में सांस लेना अब मुहाल होता जा रहा है। कई इलाकों में जहरीली धुंध के कारण दृश्यता बाधित हो रही है। हवा में बढ़ते प्रदूषण के चलते लोगों को आंखों में जलन और खुजली, गले में खराश, सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं हो रही हैं।
सफर ने अपने स्वास्थ्य परामर्श में स्वास्थ्य के लिहाज से संवेदनशील समूह को खुले में किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि से मना किया गया है। मौसम में जरूर बदलाव हुआ है और आज सुबह से ही लोग ठंडी हवाओं का अनुभव कर रहे हैं। अगर आने वाले दिनों में ऐसी हवाएं चलती रहीं तो ठंड बढ़ने का भी अनुमान है।
अस्थमा जैसी परेशानी का पहले से ही सामना कर रहे लोगों को हमेशा अपनी दवा साथ रखने की ताकीद की है। सामान्य तौर पर स्वस्थ लोगों को भी इस हवा में सांस लेने से समस्या हो सकती है। जिले से सटी देश की राजधानी में सुबह नौ बजे पूथ खुर्द, बवाना का वायु गुणवत्ता सूचकांक 541 दर्ज किया गया।
स्वस्थ लोगों को सुबह और शाम को सूर्योदय के बाद खुले में मेहनत वाली गतिविधि नहीं करनी चाहिए। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार को 350 दर्ज किया गया। अब प्रदूषित शहरों की सूची में जिले का स्थान दूसरे नंबर से सुधर कर पांचवें पर आ गया है।