निकिता हत्याकांड ने इन दिनों तूल पकड़ रखा है। बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज की छात्रा जब अपनी परीक्षा देने कॉलेज पहुंची उसी दौरान उस पर हमला किया गया। यह हमला तौसिफ ने किया था जो अपने दोस्त रिहान के साथ मिलकर निकिता का अपहरण करने के इरादे से कॉलेज के बाहर आया था।
जैसे ही निकिता कॉलेज के बाहर पहुंची तौसिफ ने उसपर हमला किया। उसके अपहरण का प्रयास किया पर जब निकिता ने बचाव की कोशिश की तो आरोपी ने उसपर गोली चला दी। आपको बता दें कि निकिता के अपहरण के इरादे से आए दोनों आरोपियों ने अपना मुँह ढक रखा था। उनके पास देसी कट्टा था जो उन्होंने अजरू नाम के तस्कर से खरीदा था।

निकिता को गोली मारने के बाद आरोपियों ने जल्दी जल्दी में हथियार मौके पर ही छोड़ दिया और वहाँ से फरार हो गए। अब इस पूरे मामले में निकिता का परिवार एवं आम जनता आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। बात की जाए निकिता के परिवार की तो इस समय पर महज़ उम्मीदों के उनके पास और कुछ नहीं बचा है।

कुछ दिन पूर्व जब निकिता के परिवार जन एवं जनता अपनी बच्ची के इंसाफ के लिए प्रदर्शन कर रहे थे तब उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कह दिया था कि हत्यारों को फांसी मिलनी चाहिए। आपको बता दें कि परिवार जन इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि जिस तरीके से महिलाओं से जुड़े मुद्दों को दबा दिया जाता है।

बात की जाए फरीदाबाद की ही तो अभी भी कई मुद्दे ऐसे हैं जिनके खिलाफ प्रखर रूप से कार्यवाही नहीं हो पाई है। अब ऐसी स्थिति में परिवार की चिंता जायज़ है। निकिता को पहले भी तौसिफ दवारा परेशान किया जा रहा था। वह निकिता पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाल रहा था जबकि निकिता तौसिफ से बात नहीं करना चाहती थी।
साल 2018 में जब तौसिफ ने निकिता का पहली बार अपहरण किया था उस समय पर परिवार ने बदनामी के दर से राजीनामा मान लिया था। पर बात की जाए इंसाफ की तो परिवार को अब सता रहा है कि वह ज्यों का त्यों न रह जाए। फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई की अपील, फांसी की अपील की जा रही है।

उम्मीद की जा रही है कि निकिता का मामला उन कई मामलों में शामिल न हो जाए जो अभी तक अदालत में धूल खा रहे हैं। रोष में आई जनता का कहना है कि अगर प्रशासन बच्ची को न्याय दिलवाने में असमर्थ है तो आरोपियों को उन्हें सौंप दें। उनका एन्काउंटर कर निकिता को इंसाफ दिलाने की भी बात की जा रही है।

कई हिन्दू दलों ने निकिता के कातिलों को जान से मारने के लिए इनाम तक घोषित कर दिया है। जिस तरीके से इस मुद्दे ने ज़ोर पकड़ रखा है उम्मीद करते हैं कि जल्द ही दोषियों को सज़ा मिलेगी और निकिता को इंसाफ।