एक तरफ जहां बल्लभगढ़ में गोलीकांड के दौरान अपनी जान गवा चुकी निकिता तोमर के सपने चकनाचूर हो गए। वहीं परिजनों का विलाप और आंसू है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।
एक तरफ पूरा समाज और दूसरी तरफ राजनीतिक नेताओं का मेला लिखिता तोमर के घर को घेरे हुए हैं। उधर, दूसरी तरफ कॉलेज के सैकड़ों छात्र भी निकिता को न्याय दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं इस पूरे मामले में बृहस्पतिवार को मुख्य आरोपी तौसीफ खान का रिमांड आज पूरा हुआ। रिमांड के दौरान आरोपी तौसीफ खान ने कई बड़े खुलासे किए।
पुलिस ने मुख्य आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से न्यायालय में पेश किया। न्यायालय में पेश करने के दौरान हुई सुनवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।

वहीं पुलिस ने भी आरोपियों की एक दिन की रिमांड अवधि और बढ़ाने की मांग न्यायालय में रखी।
बताते चलें कि निकिता फरीदाबाद के अंतर्गत आने वाले अग्रवाल कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स कर रही थी और उसने अंतिम वर्ष की परीक्षा भी पूर्ण दे दी थी।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी तौसीफ खान ने पुलिस को बताया कि उसका निकिता तोमर के साथ बीते 2 सालों में किसी तरह का कोई संपर्क नहीं रहा।
उसने यह भी बताया कि साल 2018 में उसने निकिता का अपहरण करने का प्रयास भी किया था लेकिन उसके बाद उसने निकिता से पूर्ण रुप से दूरी बना ली थी।
तौसीफ ने आगे यह भी बताया कि उसने कई बार प्रयास भी किया कि किसी तरह उसे निकिता का मोबाइल नंबर हासिल हो सके पर वह ऐसा कर पाने में नाकामयाब साबित हुआ।
तौसीफ ने बताया कि उसने गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में फिजियोथेरपिस्ट की पढ़ाई शुरू कर दी। तौसीफ में यह भी कबूला कि इस दौरान वह अपने परिवार के साथ हुई बेज्जती को भूल नहीं पा रहा था और यह बात उसे मन ही मन में कचोट रही थी।

इसी बीच तौसीफ को यह भी ख्याल आया कि निकिता की पढ़ाई अब पूर्ण होने को है ऐसे में अब उसके परिवार वाले जल्दी निकिता की शादी भी कर देंगे।
तौसीफ ने आगे बताया कि वह चाहता था कि बंदूक के बल पर निकिता का अपहरण करेगा और उससे शादी कर अपनी व परिवार की बेइज्जती का बदला लेगा। तौसीफ के साथ ही उसे हथियार मुहैया कराने वाला अजरुद्दीन को भी जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि 26 अक्तूबर को बल्लभगढ़ स्थित अग्रवाल कॉलेज में परीक्षा देने पहुंची थी। हत्यारोपी तौसीफ और उसके साथ रेहान ने पहले छात्रा को जबरन कार में डालना चाहा था।
इस दौरान छात्रा के साथ मौजूद उसकी सहेली ने भी हत्यारों का विरोध किया था। इसी दौरान तौसीफ ने निकिता को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।