दिन दहाड़े बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज की बी.कॉम थर्ड इयार की छात्रा निकिता तोमर को 2 मुसलमान लड़कों – तौसीफ़ और रेहान ने गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। लोगों ने इस मामले को लव जिहाद से जोड़ा तो देश के हर कोने निकिता के लिए इंसाफ की मांग और तेज़ हो गयी। लव जिहाद के बढ़ते मामलों को लेकर देशवासियों का गुस्सा पहले ही सातवें आसमान पर है और बल्लभगढ़ के इस मामले ने आग में घी का काम कर दिया है। लोग दोनों दोषियों के लिए फांसी की सज़ा की मांग कर रहे हैं।

फिलहाल, निकिता की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी तौसीफ के साथी रेहान की रिमांड की अवधि पूरी होते ही कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया है। इस मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) का गठन किया गया है और स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम पुलिस के सहयोग से मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। बता दें कि रेहान को न्यायिक हिरासत में नीमका स्थित जेल में भेज दिया है। तौसीफ को सोमवार को ही अरेस्ट कर लिया गया था पर उसके साथी रेहान को पकड़ने के लिए नूंह गांव में तलाशी करनी पड़ी।

कोरोना के मद्देनज़र SIT (विशेष जांच दल) आपरोपितों की पेशी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग से कराना चाहती थी, मगर अदालत ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से पेश करने के आदेश दिए थे। जिसके चलते कड़ी सुरक्षा के बीच रेहान की कोर्ट के सामने पेशी हुई और वहीं से उसको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। निकिता के परिवार के वकील एदल सिंह रावत ने बताया कि आरोपित को न्यायाधीश प्रियंका जैन की अदालत में पेश किया गया। रेहान ने नीमका जेल में अपनी जान पर खतरा बताते हुए कि उसे गुडगाँव के भौंडसी जेल में रखा जाये पर उसकी याचिका खारिज करते हुए उसे नीमका जेल की हवा खिलाने का निर्णय हुआ है।

कानूनी कार्यवाई अपनी जगह है पर परिवार से सांत्वना देने के लिए अलग अलग राजनैतिक पार्टियों के नेता निकिता के घर आ रहे हैं। निकिता के पिता ने अपील की कि जो भी उनके घर आ रहे हैं, वो न्याय दिलवाने आएं। कोई भी नेता राजनीति करने की सोच लेकर उनके घर ना आये। गुरूवार शाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा के साथ दुर्व्यवहार के बाद उन्होंने यह अपील की है।