आपने अक्सर शादियों में वो गाना तो सुना ही होगा ‘घोड़े पे होक सवार चला है दूल्हा यार’, जिसका मतलब दूल्हा घोड़े पर सवार होकर बारात लेकर शादी के लिए जाता है। अब बारात भी यहां, तलवार भी और घोड़ा भी लेकिन दूल्हे की जगह दुल्हन दिखे तो कैसा लगेगा।
जी हां मध्य प्रदेश के खंडवा में एक अलग ही नजारा देखने को मिला, लोग उस समय हैरान रह गए जब दो घोड़े पर दो दुल्हन बारात लेकर जा रही थी।

भारतीय परंपरा के अनुसार दूल्हा ही घोड़े पर बैठता है पर इन लड़कियों ने परंपरा को ही बदल डाला। चलिए जानते है क्या है पूरा मामला। दुल्हन साक्षी पाटीदार और सृष्टि पाटीदार सिर पर साफा, आंखों में चश्मा, बैंड-बाजे के साथ तलवार हाथ में लिए घोड़ी पर सवार अपने दूल्हों को ब्याहने निकली। दो दुल्हनें अपनी शादी में खुद बारात लेकर दूल्हे के घर पहुंची।
जब यह बारात विवाह स्थल पहुंची तो दूल्हें भी थिरकने के लिए मजबूर हो गए। फिर पाटीदार समाज की परंपरा के मुताबिक दोनों ही बहनों की शादी हुई। साक्षी पाटीदार ने आनंद के साथ और सृष्टि पाटीदार ने शशांक के साथ फेरे लिए। दरअसल आपको बता दे कि यह पाटीदार समुदाय की एक परंपरा है, जिसमें दुल्हा दुल्हन के नहीं बल्कि दुल्हन दुल्हे के घर बारात लेकर उसे ब्याहने जाती है।

वहीं बताते चले कि ये घटना 22 जनवरी की हैं। यही वो दिन था जब दोनों बहनों ने अपनी शादी बड़ी ही धूमधाम और पुरे उत्साह के साथ संपन्न की हैं। सृष्टि ने बताया कि मुझे अपने पाटीदार समुदाय का हिस्सा होने पर फख्र हैं। यही वजह हैं कि हम अपनी इस परंपरा का पालन कर रहे हैं। वहीं इन दोनों दुल्हों के पिता अरुण ने अन्य समुदाय के लोगो से ये आग्रह किया हैं कि वे भी महिलाओं को सम्मान देने की नियत से इस परंपरा को जरूर निभाए। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।