देशभर में निकिता के इंसाफ के लिए मांग हुई तेज होती जा रही है। अनेकों राजनैतिक दलों और छात्र संगठनों ने भी देश की बेटी निकिता के लिए इंसाफ की गुहार लगाई है। हरियाणा सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ने ही लव जिहाद के खिलाफ कड़े कानून बनाने का निर्णय लिया है। जिसके चलते बीते दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर जिहादी नहीं सुधरे तो उत्तर प्रदेश सरकार जल्दी उनका खेल खत्म करेगी।

इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ का यह भी कहना था किस समय रहते यह जिहादी सुधर जाए नहीं तो अपने राम नाम सत्य की तैयारी कर लें। अलग अलग राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों ने निकिता के पिता और उसके परिवार को सांत्वना प्रकट करने के लिए देशभर में रैलियां और प्रदर्शन किए हैं। निकिता के परिवार को सब यही विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि निकिता सिर्फ उनकी नहीं हिंदुस्तान की बेटी थी और सब मिलकर उसके इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ेंगे।

वहीं दूसरी ओर निकिता के पिता मूलचंद तोमर का बड़ा बयान सामने आया है। निकिता के पिता का कहना है कि लव जिहाद के खिलाफ जो कदम प्रदेश सरकारें आज उठाने की सोच रही हैं, वह कदम सरकार को बहुत पहले उठा लेने चाहिए थे। समय रहते अगर यह कदम उठाए जाते तो आज उनकी बेटी निकिता जिंदा होती।
आपको बता दें कि 26 अक्टूबर के हादसे के बाद जब मूलचंद तोमर ने अपने 21 साल की जवान बेटी को खोया। जिसका अफ़सोस उन्हें ज़िन्दगी भर रहेगा। उसी के बाद से सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके घर पर डेरा बसा लिया फिर चाहे वह स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हो या कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा कुमारी शैलजा। इस पर भी निकिता के पिता मूलचंद तोमर का कहना था कि जितने भी नेता उनके घर आ रहे हैं वह कृपया उनकी बेटी के इंसाफ के लिए सामने आए और इस मामले को लेकर तुच्छ राजनीति ना करें।