हरियाणा सरकार सबका साथ सबका विकास का नारा लेकर सत्ता में आई थी और वही उनका सबसे पहला कार्य उनके अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करना था। जिसके चलते उन्होंने अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली,
पानी इत्यादि की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया है। वही अभी भी कुछ ऐसे गांव हैं जहां बिजली नहीं है वहां हरियाणा सरकार द्वारा बिजली पहुंचाने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है।

इसी कड़ी में अब आगामी डेट साल में हरियाणा के लगभग 6841 गांव में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है। दरअसल एक ऐसा सेड्यूल बनाया जाएगा जिसके तहत रोजाना इन गांव में कम से कम 22 से 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी।
अभी सूबे के 4750 गांवों में ही यह बिजली शेड्यूल दिया जा रहा है। बिजली निगम ने अब उक्त लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। इसके साथ-साथ बिजली कंपनियां लगातार मुनाफे में रहें, इसके लिए भी अफसरों को और बेहतरी के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं।

हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुख्य प्रबंध निदेशक शत्रुजीत कपूर (आईपीएस) ने बताया कि अगले 18 महीनों में प्रदेश के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली शेड्यूल शुरू हो जाएगा। बिजली वितरण निगम का 5 वर्ष पहले जहां करीब 80 प्रतिशत लाइनलोस था, अब वह घटकर 20 प्रतिशत के करीब रह गया है। भविष्य में इसे 15 प्रतिशत तक लाने का प्रयास है।
हरियाणा बिजली वितरण निगम को जो लाभांश होगा उसका दो प्रतिशत समाज हित में लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत आज करीब 20 लाख रुपये की लागत से काछवा गांव में सरदार पटेल नाम से लाइब्रेरी से हुई। इस योजना के तहत आने वाले समय में हरियाणा में प्रतिवर्ष 40 से 50 ऐसी लाइब्रेरियां निगम द्वारा बनाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा सरकार द्वारा बिजली के रेट भी कम किए गए हैं। 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ता को 2 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट खर्चा देना होगा और खेती के लिए 10 पैसे यूनिट है। जबकि हरियाणा सरकार द्वारा 4 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदी जाती है।
उन्होंने बताया कि उद्योग के लिए भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा राहत देने की घोषणा की गई है। जो उद्योग मालिक अतिरिक्त समय में रात को अपना उद्योग चलाएगा उसके लिए 5 रुपये प्रति यूनिट बिजली कम रेट पर दी जाएगी।