फरीदाबाद के बल्लभगढ़ क्षेत्र में हुए निकिता गोलीकांड ने जनता का रोष बढ़ा रखा है। इस पूरे मामले ने तूल पकड़ रखा है और पुलिस प्रणाली द्वारा सख्त से सख्त कार्रवाही कर रही है। आपको बता दें कि निकिता हत्याकांड मामले में एसआईटी ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इस पूरे मामले को लेकर 70 गवाह अपने बयान दर्ज करवाने को लेकर तैयार हैं। केस के अंतर्गत 70 गवाहों वाली करीब एक हज़ार पेज की चार्जशीट को पेश किए जाने की बात चल रही है। पर चार्जशीट को पेश करने से पहले पुलिस इसका अवलोकन राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के पूर्व आईजी और वर्तमान में हरियाणा सीआईडी के चीफ अलोक से करवाने की तैयारी में है।

अगर आलोक मित्तल द्वारा चार्ज शीट की जांच की गई तो इस प्रक्रिया को पूरा होने में एक से दो दिन का समय लग सकता है। अलोक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं जो राष्ट्रिय सुरक्षा एजेंसी को अपनी सेवा प्रदान कर चुके हैं। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि पुलिस प्रणाली उनके अनुभव का प्रयोग निकिता मामले में करना चाह रही है।

आपको बता दें कि इस पूरे मामले में सभी अधिकारियों द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद ही चार्ज शीट को दायर किया जाएगा। केस की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन फूंक फूंक कर कदम रख रहा है। पुलिस इस पूरे मामले में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती जिससे आरोपियों को अदालत में फायदा मिल सके।

चार्ज शीट के हर पहलू पर ढंग से विचार करने के लिए पुलिस एसआईटी की भी मदद ले रही है। एसआईटी द्वारा बेशक बृहस्पतिवार को चार्ज शीट अदालत में पेश करने की बात कर रही थी। पर इस मामले में अगर पूर्व आईजी चार्ज शीट का आंकलन करेंगे तो निश्चित रूप से इस प्रक्रिया को पूर्ण होने में समय लग सकता है।

अटकलें लगाईं जा रही हैं कि 1 – 2 दिन के अंतराल में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। बात की जाए निकिता मामले में चार्ज शीट में नाम दर्ज करवा चुके 70 गवाहों की तो इस फेहरिस्त में कई सारे लोग शामिल हैं। 70 गवाहों में 3 चश्मदीद हैं।

बाकी निकिता के परिजन, डॉक्टर, फोरेंसिक एक्सपर्ट, फोटोग्राफर सहित अन्य गवाह भी शामिल हैं। पूरे मामले में जनरोष उबाल पर है, हर कोई निरंतर रूप से निकिता के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहा है। कुछ दिन पूर्व जिस तरीके से निकिता के इंसाफ हेतु रखी गई महापंचायत में हंगामा हुआ था पुलिस अब इस तरीके की वारदात को लेकर सतर्क हो चुकी है।