त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है और इसके साथ ही शुरू हो गया है रिश्तेदारों और संबंधियों में उपहारों का लेन-देन। शादी ब्याह और अन्य बड़े त्योहारों पर मेवे और ड्राई फ्रूट देने का रिवाज काफी पुराना है। इसी बीच साज सजावट के सामान की खरीदारी के साथ मेवे के कारोबार में भी तेजी देखने को मिल रही है।
बीते कुछ महीनों से आर्थिक मंदी की मार हर धंधे और कारोबार को झेलनी पड़ी है और महामारी के चलते मेवा बाजार को मंदी का ग्रहण लगा हुआ था पर अब त्योहारों के सीजन में कारोबारियों को मुनाफे की उम्मीद है। मंदी के चलते जानकारों का कहना है कि ऐसा कई साल बाद देखने को मिला है कि मेवा बाजार ड्राई फ्रूट में इस तरह की मंदी रिकॉर्ड की गई हो। राहत की बात यह है कि यह मंदी बस कुछ ही दिन की मेहमान है।

कई पीढ़ियों से मेवा का कारोबार करने वाले राजीव बत्रा ने पहचान फरीदाबाद को बताया कि लॉकडाउन से पहले मेवा 20 फ़ीसदी तक महंगा हो गया था लेकिन महामारी के चलते मेवा के दाम गिरने शुरू हो गए इसका एक कारण यह भी रहा कि बाजार में ग्राहक ना होने के कारण गोदामों में माल जरूरत से ज्यादा इकट्ठा हो गया जिसकी वजह से भी कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिली है।

हर साल त्योहारों के सीजन में मेवा का रेट बढ़ जाता था लेकिन इस बार उल्टा ही हुआ है हालांकि कारोबारी इस मंदी के दौर में कुछ नहीं कर सकते पर आप जरूर इस मंदी का फायदा उठा सकते हैं
हर साल त्योहारों के सीजन में मेवा का रेट बढ़ जाता था लेकिन इस बार उल्टा ही हुआ है हालांकि कारोबारी इस मंदी के दौर में कुछ नहीं कर सकते पर आप जरूर इस मंदी का फायदा उठा सकते हैं |

क्या चल रहा बादाम, किशमिश, काजू का रेट। चेक करें :-

15 दिन पहले अमेरिकन बादाम 520 से 580 रुपये किलो पर आया था। अब 500 से 550 रुपये किलो बिक रहा है।
15 दिन पहले काजू 660 से 710 रुपये किलो पर था। अब 635 से 700 रुपये किलो बिक रहा है।
15 दिन पहले किशमिश 200 से 230 रुपये किलो पर आई थी। किशमिश अब 10 से 15 रुपये किलो में बिक रही है।
अखरोट की मिंगी बाज़ार में 750 से 800 रुपये किलो बिक रही है।