करवा चौथ का त्यौहार महिलाओं के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होता। इस दिन को महिलाएं अपने-अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए पूरा दिन भूखा प्यासा रहती हैं ताकि उनके पति की आयु बढ़ सके और वह सदा सुहागन रह सकें।
परंतु एक सुहागन की कहानी उसी दिन खत्म हो गई जिससे उसने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा था। यह कहानी नहीं बल्कि हकीकत है ग्वालियर में हुए एक घटना की।
ग्वालियर के गांधीनगर इलाके में रहने वाले कमल गर्ग करवा चौथ वाले दिन यानी के 4 नवंबर को बाइक से अपने निवास को लौट रहे थे कि एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हें टक्कर मार दी गई। जिसके कारण कमल गर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए और गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां 5 नवंबर को इलाज के दौरान अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
वहीं देहांत के पश्चात जब कमल गर्ग का शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाए जा रहा था। तब कमल किशोर की धर्मपत्नी अंगूरी देवी द्वारा घर में अपने पति को अंतिम संस्कार देते हुए उन्होंने अपने सुहाग के चरणों पर अपना सर रखा।
जब अंगूरी देवी को काफी टाइम हो गया और वह सर नहीं उठा रही थी तब उन्हें उठाने पर पता चला कि वह भी इस दुनिया को अलविदा कह चुकी है। इसका अर्थ अगर हम सरल शब्दों में कहें तो अपने पति को इस दुनिया से अलविदा कहते देख पत्नी अंगूरी देवी ने भी अपने प्राण त्याग दिए। उसके बाद परिजनों ने पति पति दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ किया।
आपको बता दें कि पति और पत्नी की अंतिम यात्रा एक साथ हुई। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे हर दिन साथ ही मंदिर जाते थे, एक साथ बगीचे में टहलने जाते थे। उन दोनों के बीच बिना अटूट प्यार था जो किसी एक के मरने के साथ भी ख़त्म नहीं हुआ।
भगवान आस्था है, मां पूजा है, मां वंदनीय हैं, मां आत्मीय है, इसका संबंध सिद्ध…
एनआईटी विधानसभा-86 के विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि फरीदाबाद लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री…
लोक सभा निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि सही प्रशिक्षण लेने के उपरांत कार्य…
मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी कर…
एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 14)…
श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के उपलक्ष्य में…