मन को शांत करने के लिए दुनिया में कई तरह के अलग अलग ट्रेंड चल रहे हैं। अब नीदरलैंड्स की अपना ख्याल रखने की एक परंपरा सेहत की दुनिया का नया ट्रेंड बन रही है। स्थानीय भाषा में इसे ‘काऊ नफलेन’ कहते हैं जिसका मतलब है गायों को गले लगाना। जी हां ये बड़ा ही अजीब सा ट्रेंड है लेकिन इसका अब चलन चल गया है।
आपको बता दे कि ये परंपरा गायों से सटकर बैठने के दौरान मिलने वाली मन की शांति पर आधारित है। गायों को गले लगाने वाले किसी फार्म का दौरा करते हैं और वहां किसी एक गाय के साथ घंटों तक सटकर बैठते हैं। वहीं मानना है कि गायों को गले लगाना न केवल राहत मिलती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। दरअसल, इस ट्रेंड की शुरूआत हॉलैंड के नाम से मशहूर देश नीदलैंड्स के एख छोटे से गांव रूवर से हुई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार गाय की गर्दन और पीठ की तरफ सहलाने से उन्हें बड़ा आराम मिलता है। लेकिन यह गाय के साथ-साथ उसे भी आराम पहुंचाता है जो गाय को सहला रहा होता है। रिपोर्ट के मुताबिक गाय से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। गाय को सहलाने से इंसानों की शरीर में ऑक्सिटॉसिन हार्मोन बढ़ता है, जो तनाव कम करने में सहायक होता है।
तनाव कम करने में अहम ऑक्सिटॉसिन हार्मोन शरीर में बढ़ता है, जो आम तौर से सोशल बांडिंग के वक्त शरीर में बनता है। पालतू जानवरों के साथ खेलने में शरीर और मन को शांति मिलती है और ये भी फैक्ट है कि बड़े स्तनधारी पशु के साथ प्यार करने से ज़्यादा। इस ट्रेंड के पीछे प्रमुख कारण यही है कि सोशल डिस्टेंसिंग, घरों में कैद होने और सामाजिक गतिविधियों के कम से कम हो जाने के कारण दुनिया भर में लोग अकेलेपन के शिकार हुए हैं। इससे कई लोगों में मानसिक समस्याएं भी पैदा हुई है।
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