अमीपुर गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर मनोज भाटी के मर्डर मामले में पुलिस ने गैंगस्टर मनोज मांगरिया और उसके 8-10 साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। हत्या कूड़े के ठेके को लेकर की गई है। आरोप है कि कूड़े के ठेके को लेकर इस मामले में मांगरिया ने करीब दस दिन पहले मनोज को हत्या की धमकी दी थी।
सेक्टर-31 स्थित श्रमिक विहार में बुधवार को दिन दहाड़े हुए अमीपुर गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर मनोज भाटी के मर्डर मामले में पुलिस ने गैंगस्टर मनोज मांगरिया और उसके 8-10 साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
हत्या कूड़े के ठेके को लेकर की गई है। आरोप है कि कूड़े के ठेके को लेकर इस मामले में मांगरिया ने करीब दस दिन पहले मनोज हो हत्या की धमकी दी थी। हालांकि मामले में पुलिस से तब शिकायत नहीं की गई थी। इससे एक माह पहले भी गोलियां चलाई गईं थीं।
मनोज भाटी के शव का गुरुवार को बीके अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमॉर्टम किया गया। दोपहर बाद परिजनों ने शव का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने मनोज मांगरिया के खिलाफ यह मामला मनोज भाटी के बड़े भाई हेमराज के बयान पर दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच की टीमें हत्या आरोपितों की तलाश में जुट गई हैं। मगर अभी सफलता हाथ नहीं लग सकी है।
अमीपुर गांव निवासी मनोज भाटी के बड़े भाई हेमराज ने सेक्टर-31 थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके चचेरे भाई की शादी मांगर गांव निवासी पवन हरसाना की बहन से हो रखी है। इस वजह से उनकी पवन हरसाना के परिवार से रिश्तेदारी है।
पिछले दिनों बंधवाड़ी कूड़ा निस्तारण प्लांट का ठेका मनोज हरसाना ने लिया था। आरोप है कि मनोज के ठेका लेने से गैंगस्टर मनोज मांगरिया खुश नहीं था। आरोप है कि वह प्लांट में किसी अन्य को काम नहीं करने देना चाहता था।
आरोप है कि 25 सितंबर को भी मनोज मांगरिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर मनोज हरसाना और उसके भाई हरिंदर हरसाना पर गोली चलाई थी। रिश्तेदारी की वजह से हेमराज का भाई मनोज भाटी गांव में आता जाता था।
मनोज मांगरिया को यह बात नागवार गुजरती थी। आरोप है कि मनोज मांगरिया की तरफ से 8-10 दिन पहले धमकी भी आई थी कि हमारे गांव में जो विवाद चल रहा है, उस विवाद में तुम कोई दखलअंदाजी मत करना नहीं तो मैं तुझे जान से मार दूंगा। आरोप है कि इसी रंजिश के चलते मनोज मांगरिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर मनोज भाटी की हत्या की है।
मनोज भाटी के शव का गुरुवार को बीके अस्पताल के डॉक्टरों की ओर बनाए गए 3 सदस्यीय बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम किया। बोर्ड में सर्जन डॉ़ संदीप बेनीवाल, डॉ. संजय और डॉ. प्रशांत सोनी शामिल थे। पोस्टमॉर्टम से पूर्व मनोज भाटी के शव का एक्सरे किया गया।
एक्सरे के बाद डॉक्टरों के बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम शुरू किया। डॉक्टरों के अनुसार मनोज भाटी के शरीर में गोली लगने के 9 जख्म मिले। और मनोज के शरीर में एक भी गोली नहीं मिली। सभी गोलियां बाहर निकल गई थी। कड़ी सुरक्षा के बीच मनोज के शव को अमीपुर गांव ले जाया गया। जहां पर करीब पौने 4 बजे शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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