जहां एक महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी किसान आंदोलन का परिणाम भले ही सुने देखने को मिल रहा था लेकिन वास्तव में अब इसने अपना रंग नगर निगम चुनाव में दिखा दिया है। नगर निगम में हरियाणा सरकार की गठबंधन सरकार यानी कि भाजपा और जजपा पार्टी के गठबंधन को जोर का झटका धीरे से लगा है।
इसका अर्थ यह है कि जिसकी गठबंधन ने कल्पना भी नहीं करी थी आज परिणाम में वही सब देखने को मिला है। दरअसल नगर निगम चुनाव में जहां महापौर की 3 सीटों के लिए चुनाव हुए थे उन तीनों सीटों में से गठबंधन केवल एक ही सीट पर काबिज हो पाई है। गौरतलब, अंबाला, पंचकुला और सोनीपत शहरों में महापौर पद के लिए रविवार को चुनाव हुए थे।
बीजेपी को पंचकुला में जीतने के लिए संघर्ष करना पड़ा वहीं कांग्रेस और हरियाणा जन चेतना पार्टी ने क्रमशः सोनीपत और अंबाला में अपना परचम लहरा दिया। बताते चलें कि यह पहला मौका था कि तीन शहरों में महापौर पदों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव हुए थे।
उधर कुछ लोगों का संशय है कि स्थानीय चुनाव में भी किसान आंदोलन का असर देखने को मिला है। इसी के चलते सत्ताधारी गठबंधन को महज एक नगर निगम ही मिला है। वहीं दूसरी ओर कुछ जानकार इसे स्थानीय मुद्दों और प्रत्याशियों के लिए नाराजगी के तौर पर भी देख रहे हैं।
कहीं ना कहीं यह परिणाम आना लाजमी भी था क्योंकि किसानों का रोष उबाल भर रहा था जिसका परिणाम कुछ इस तरह सामने आना ही था।
अंबाला में महापौर पद के लिए हुए चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी और हरियाणा जन चेतना पार्टी (एचजेसीपी) की उम्मीदवार शक्ति रानी शर्मा विजयी रहीं. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार वंदना शर्मा को 8,084 मतों से हराया. अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहे।
बीजेपी के कुलभूषण गोयल पंचकूला में नए महापौर होंगे. उन्होंने कांग्रेस की उपिंदर कौर अहलूवालिया को 2,057 वोटों से हराया. पंचकूला में 1,333 मतदाताओं ने नोटा विकल्प का प्रयोग किया. सोनीपत में कांग्रेस ने महापौर का चुनाव जीता. पार्टी के निखिल मदान ने बीजेपी के ललित बत्रा को 13,818 मतों से पराजित किया।
सोनीपत में बीजेपी ने 10 वार्ड में जीत हासिल की जबकि कांग्रेस को नौ सीटें मिलीं, वहीं एक सीट पर निर्दलीय विजयी हुआ. पंचकुला में बीजेपी और कांग्रेस ने क्रमशः नौ और सात सीटें जीतीं वहीं जेजेपी को दो सीटें मिलीं।
रेवाड़ी नगरपालिका अध्यक्ष के लिए चुनाव में बीजेपी की पूनम यादव विजयी रहीं. उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार उपमा यादव को 2,087 मतों से हराया।कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही. बीजेपी-जेजेपी गठबंधन धारुहेड़ा,
सांपला और उकलाना में नगरपालिका समितियों का अध्यक्ष पद हासिल करने में विफल रहा।. वहां निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत हासिल हुयी। धारुहेड़ा से कंवर सिंह, सांपला से पूजा और उकलाना में सुशील साहू वाला विजयी हुए।
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