हिन्दू धर्म में सूर्य ग्रहण को बहुत महत्व दिया जाता है। साथ ही ग्रहण के समय पर क्या करना चाहिए और क्या नही करना चाहिए इसका भी ध्यान रखते हैं इस साल उम्मीद करते हैं कि सूर्य ग्रहण अच्छे संकेत लेकर आये।
वर्ष 2021 में घटित होने वाले सभी सूर्य और चंद्र ग्रहण की बात करे तो इस साल दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण घटित होंगे। हालांकि इन सभी ग्रहण में से जहा कुछ ग्रहण भारत में दृश्ये होंगे तो वही कुछ ग्रहण भारत में नहीं देखे जाएगे।
ऐसे में जहा इनकी दृश्येता नहीं होगी वहा इनका सूतक काल भी प्रभावित नही होगा। लेकिन जहा इनकी दृश्येता होगी वहा ग्रहण का प्रभाव हर प्राणी के ऊपर किसी ना किसी रूप से ज़रूर ही पड़ने वाला है।
तो आइये जानते हैं।साल 2021 में घटित होने वाले सूर्य और चंद्र ग्रहणों के बारे में। साल 2021 में कुछ दो सूर्य ग्रहण होने वाले है जिनमें से पहला सूर्य ग्रहण साल के मध्यम यानी की 10 जून को घटित होगा। वही दूसरा सूर्य ग्रहण साल के आखिरी महीने 4 दिसंबर को घटित होगा।
साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को लगेगा। यह चंद्र ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका महाद्वीप में दिखाई देगा। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि यह चंद्र भारत में भी दिखाई देगा। दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण को अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है। इसलिए इस दौरान कई कार्यों को वर्जित माना गया है। जैसे की ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित होता है और इस दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया जाता है। मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
ग्रहण के समय पर सोना व खाने का सेवन ना करे वरना ग्रहण का बुरा असर हो सकता है अगर घर में छोटे बच्चे या बुजुर्ग हो तो खाने में तुलसी के पत्ते दाल कर खा सकते है तुलसी के पत्तो से ग्रहण का असर कुछ हद तक कम हो जाता हैं।ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित होता है और इस दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श नहीं किया जाता है। मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
कैसे बचें सूर्य और चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव से।
सूर्य और चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए इन दोनों ग्रहों से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए। अगर आप पर ग्रहण का थोड़ा भी असर हुआ तो यह मंत्रो का उचारण से ग्रहण का असर काफ़ी हद तक कम हो जाएगा। सूर्य ग्रहण में सूर्य के बीज मंत्र और चंद्र ग्रहण में चंद्रमा के बीज मंत्र का जाप करने से ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। इसके अलावा इन दोनों ग्रहों के यंत्रों की पूजा करने से भी ग्रहण के अशुभ प्रभावों से छुटकारा पाया जा सकता है।
Written By :- Radhika Chaudhary
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