एनएच – 19 स्थित पलवल के गाँव अटोहां में किसान धरने पर एक बार फिर पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों का हौसला बढ़ाया अंग्रेजों ने भी किसान की आवाज़ कुचलने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं हुए और आगे भी कभी किसानों की आवाज़ नहीं कुचली जा सकेगी प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर आंदोलन में जान कुर्बान करने वाले किसानों को शहीद का दर्जा व परिवार के सदस्य को नौकरी देंगे
सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज एक बार फिर एनएच – 19 स्थित पलवल के गाँव अटोहां में किसान धरने पर पहुंचे और धरनारत किसानों का समर्थन कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई को तभी जीता जा सकेगा जब हम हौसला, संयम और शांति रखेंगे।
आज भी हजारों-लाखों की तादाद में किसान बिना विचलित हुए विभिन्न धरनों पर अपने हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं। किसानों ने अपने भविष्य को बचाने लिये तरह-तरह की यातनाएं सही हैं। आजाद भारत के इतिहास में ऐसा आंदोलन नहीं हुआ, जिसमें किसानों को इतनी बड़ी अग्निपरीक्षा देनी पड़ी हो,
यातनाएं सहनी पड़ी, दुष्प्रचार झेलना पड़ा। दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों के साथ-साथ उनके हौसले को भी नमन करते हुए कहा कि सरकार झूठे मुकदमों से किसान की आवाज़ कुचलने की नाकाम कोशिश कर रही है। अंग्रेजों ने भी किसान की आवाज़ कुचलने की कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं हुए और आगे भी कभी किसानों की आवाज़ नहीं कुचली जा सकेगी।
दीपेंद्र हुड्डा ने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ किसान आंदोलन की अलख जगाने वाले सरदार अजीत सिंह जी की जयंती पर नमन करते हुए कहा कि सरकार किसानों का दमन कर रही है, झूठे मुकदमों के माध्यम से प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा सरकार देश की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार साबित हो गयी है। उसने जनता का विश्वास भी खो दिया है। सरकार के मंत्री आंदोलन में अपनी जान कुर्बान करने वाले किसानों के परिवार पर हंस रहे हैं। किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही कह रहे हैं।
किसान को अगर देशद्रोही कहेंगे तो जो उनका बेटा सीमा पर फौज में तैनात है उसको क्या कहेगी ये सरकार। दीपेंद्र हुड्डा ने आगे कहा कि पिछले 3 महीने से टिकरी बार्डर पर पहली ट्रैक्टर ट्रॉली से लेकिर आखिरी ट्रैक्टर ट्रॉली तक 17 किलोमीटर और सिंघु बार्डर पर 14 किलोमीटर लंबा धरना चल रहा है।
इस दौरान किसी रेहड़ी से मूंगफली या केला भी छीनने की कोई शिकायत नहीं आयी। इसी से किसानों की नीयत का अंदाजा लगाना चाहिए। वे खुद आंदोलन में जान गंवाने वाले तीन दर्जन परिवारों के यहां जाकर आये हैं।
उन्होंने बताया कि नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर कांग्रेस विधायक दल ने आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को अपनी ओर से 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का फैसला लिया और साथ ही कहा कि जिस प्रकार कंडेला कांड में शहीद किसानों को शहीद का दर्जा एवं परिवार को सदस्य को नौकरी दी गयी थी
आने वाले समय में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर आंदोलन में जान गंवाने वाले सभी किसानों को शहीद का दर्जा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने का काम करेंगे। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया, चौ. इजराईल खान, प्रेम दलाल, लखन सिंघला मौजूद रहे।
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