22 अक्टूबर को नीलम पुल के नीचे कूड़े में आग लगने की वजह से नीलम चौक से मथुरा रोड के आने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से मरम्मत का कार्य को शुरू कर दिया गया था।
लेकिन 15 फरवरी को नीलम पुल के दूसरी साइड को भी बंद कर दिया गया था। क्योंकि उस पुल के नीचे भी कुछ कार्य को रिपेयर किया गया। यह पुल करीब 7 दिनों के लिए बंद किया गया था।
जिसके बाद 20 फरवरी को करीब 9:00 बजे रात को जाम जनता के लिए खोल दे गया था। पुल को खोले हुए करीब एक हफ्ता बीत चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी नगर निगम के द्वारा जो कार्य किया जा रहा था उसके कंस्ट्रॉशन का सामान अभी तक नीलम पुल के दोनों ओर पर पड़ा हुआ है। जिसके चलते आने जाने वालों को कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
क्योंकि उसमें रेती, बजरी व बड़े बड़ी मशीनें रखी हुई है। जिसके जरिए में मरम्मत का काम कर रहे थे। जैसे ही हम नीलम पुल से मथुरा रोड की ओर जाएंगे तो पुल के दोनों तरफ या फिर यूं कहें पुल के बीच में बने हुए डिवाइडर बना हुआ है।वहां पर भी कुछ लोहे की सीट पड़ी हुई है। जो कि सड़क बनाने में काम करती थी।
उनको भी अभी तक हटाया नहीं गया है। इसके अलावा दूसरी तरफ रेत, बजरी, तारकोल आदि सामान काफी संख्या में पड़ा हुआ है।
जब हम अजरौंदा चौक से नीलम चौक की तरफ आएंगे तो नीलम पुल से चढ़ते ही सीधे हाथ की तरफ काफी संख्या में मटीरियल पड़ा हुआ है। जो कि काफी खतरनाक है। क्योंकि हवा के चलते कई बार मिट्टी उड़ती है।
जिसकी वजह से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पहले लोग डिवाइडर से चलकर पुल के दोनों तरफ दुकानें बनी हुई है। वहां चले जाया करते थे। लेकिन सामान पड़ा होने की वजह से वह अब पुल के रास्ते होते हुए जाते हैं।
वही एक हफ्ता पुल को बंद करने के बाद भी काम को पूरा नहीं किया गया। अगर हम बात करें तो नगर निगम के द्वारा पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को तो ठीक कर दिया गया है। लेकिन अभी भी पुल का कुछ हिस्सा मरमत मांग रहा है ।
जिसके ओर नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा है। क्योंकि पुल की दोनों तरफ एक बाउंड्री वॉल बनी हुई है। जिसकी हालत इतनी खराब है, कि उसमें से सरिए बाहर निकलने लगे हैं।
जिस पर कुछ समय पहले नगर निगम के द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत पेंटिंग करवाई गई थी। लेकिन उस पेंटिंग का नामो निशान मिट चुका है। क्योंकि जिस बाउंड्री वॉल पर पेंटिंग को कराया गया था। वह बाउंड्री वॉल पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चुकी है।
लेकिन इस ओर नगर निगम का कोई ध्यान नहीं जा रहा है। माना जा रहा है कि नगर निगम इस ओर तब ध्यान देगा जब कोई घटना घटित हो जाएगी।
वहीं एक्सईएन ओ पी कर्दम का कहना है कि उनके द्वारा जो कंस्ट्रक्शन का मेटीरियल नीलम पुल के दोनों और पड़ा हुआ है। वह अभी कार्य में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नीलम पुल के चढ़ते वक्त सड़क के ऊपर पानी भर जाता है। जिसके लिए रबड़ के द्वारा एक सड़क को बनाया जा रहा है और उसके लिए वह सामान वहां रखा हुआ है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि जो बाउंड्री वॉल निगम पुल की टूटी हुई है। उसको लेकर अभी तक रिपेयर करने का कोई आदेश नहीं है। इसलिए उनको रिपेयर नहीं करेंगे। इस टेंडर में सिर्फ नीलम पुल का काम दिया गया था ना की बाउंड्री वॉल का।
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