हरियाणा सरकार के मंत्री बनवारी लाल का किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया। दरअसल मोदी सरकार के द्वारा बनाए गए काले कृषि कानून का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है। तीन महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे किसानों का आंदोलन अब गांव-गांव तक पहुंच चुका है। जिसका उदाहरण शुक्रवार को पलवल में देखने को मिला।
हरियाणा सरकार के मंत्री शुक्रवार को पलवल में पंचायत भवन में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक लेने पहुंचे थे। जिसके बारे में किसान-मज़दूर संघर्ष समिति को पता चला तो भारी संख्या में किसान पलवल पंचायत भवन पहुंच गए और भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए और हरियाणा सरकार के मंत्री को काले झंडे दिखा कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर किसान नेता जगन डागर ने कहा कि जिस तरह से आज हरियाणा सरकार के मंत्री बनवारी लाल का किसानों ने विरोध किया है इससे भी ज्यादा जबरदस्त विरोध उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का 21 मार्च को किया जाएगा।
इससे पहले 52 पाल की सरदारी किसान-मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार को भारी पुलिस बल की उपस्थिति में गांव जंवा में राजेन्द्र मलिक की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। इसके साथ ही पलवल ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में पहुंचे हरियाणा सरकार के मंत्री बनवारी लाल का किसानों ने भारी विरोध किया।
गांव जंवा की पंचायत में भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने किसान-संघर्ष समिति को अपना समर्थन देते हुए कहा कि अब देश पर वही राज करेगा जो किसान हित की बात करेगा। जिस-जिस ने किसानों की वोट लेकर उनके खिलाफ काम करने का काम किया है। उनकी पहचान हो चुकी है। इसलिए ऐसे नेताओं को खुद ही घर बैठ जाना चाहिए। पंचायत में सभी ने मिल कर कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को किसानों के बीच तब तक नहीं आना चाहिए जब तक वो किसानों के समर्थन में इस्तीफा नहीं दे देते।
इस मौके पर किसान नेता जगन डागर ने कहा कि दुष्यंत चौटाला किसानों का वोट लेकर व्यापारियों की पार्टी भाजपा का साथ दे रहे हैं। जिसके कारण प्रदेश का किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। दुष्यंत चौटाला को किसानों की भावनाओं को समझना चाहिए और उन्हें किसानों के समर्थन में आना चाहिए। श्री डागर ने कहा कि आज किसानों में इतना ज्यादा आक्रोश है की ग्रामीण किसान-मज़दूर संघर्ष समिति को खुद बुला कर पंचायत कर रहे हैं और दुष्यंत चौटाला का विरोध करने की बात कह रह हैं। पूरे इलाके में दुष्यंत चौटला के प्रति लोगों में भारी आक्रोश है।
किसान आज बर्बादी के कगार पर है और वहीं दूसरी तरफ दुष्यंत चौटाला होली मनाने के लिए आ रहे हैं। तीज-त्यौहार तभी अच्छे लगते हैं, जब घर में खुशहाली होती है। परन्तु आज किसान अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। ऐसे में उनके होली मनाने आने की बात से लोग उनसे खफा हैं। फरीदाबाद और पलवल के किसान अब एकजुट हो चुके हैं। तथा सभी ने उपमुख्यमंत्री का विरोध करने की रणनीति बना ली है।
किसान हर हाल में उपमुख्यमंत्री का काले झंडे दिखा कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। इस मौके पर किसान-मजदूर संघर्ष समिति के पाल पंच जय नारायण, महेंद्र सिंह चौहान, रतन सिंह सौरोत, रूपचन्द लांबा, हितेश दलाल, नेम सिंह लांबा, मान सिंह, देवी सिंह लांबा, महावीर मलिक, राम सिंह, नाहर सिंह धारीवाल, पवन बींसला, मनीष हुड्डा, होशियार सिंह सरपंच आदि मौजूद रहे।
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