महामारी का कहर बढ़ता जा रहा है। अब महामारी हर दूसरे घर में है । लोग अपने प्रिय जनों से भी इस महामारी के कारण दूर हैं । उनको कितनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा होगा इसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते, पर उनकी परेशानी को थोड़ा आसान करने की कोशिश ग्रीन फील्ड रेजिडेंट एसोसिएशन के प्रधान विरेंद्र भड़ाना ने की।
वह ग्रीन फील्ड कॉलोनी लगभग 437 एकड़ में फैली हुई है। लगभग 9000 से 10000 फ्लैट है। हर एक फ्लैट में 3 से 4 लोग रहते हैं। उन्होंने इतनी अच्छी मुहिम चलाई कि जरूरतमदों के घर तक खाना पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने यह मुहिम चलाई है कि जिन लोगों के घर में लोग इस महामारी की चपेट में आ गए हैं। घर में क्वॉरेंटाइन है ।उन्हें स्वच्छ खाना पहुंचाने की मुहिम ग्रीन फील्ड आरडब्लूए के प्रधान विरेंद्र भड़ाना ने शुरू किया उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उनका पूरा परिवार इस महामारी की चपेट में आ गया था।
जिसके बाद उनके पूरे परिवार ने घर पर रहकर ही अपने स्वास्थ्य को ठीक किया और इस महामारी को मात दी। उन्होंने बताया कि जिस दौरान वे महामारी के चलते एक घर पर थे। उन्होंने सोचा कि ऐसे लोग कई होंगे जिनके घरों में खाना बनाने के लिए कोई सुविधा नहीं होगी।
इसी को सोचते हुए उन्होंने ठीक होने के बाद इस मुहिम को शुरू किया और इस मुहिम के साथ अब कई लोग जुड़ चुके हैं। जो उनका सहयोग कर रहे हैं और उनका साथ दे रहे हैं।पका हुआ खाना घर तक पहुंचाने की शुरुआत उन्होंने उनके लिए की। जो व्यक्ति इस महामारी की चपेट में आ जाता है। एकदम ही अपने परिवार से दूर हो जाता है।
उनको सब खुद करना पड़ता है। जिस वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। घर का अगर एक शक्स को भी इस महामारी की चपेट में आ जाए तब घर का हर सदस्य उस महामारी से गुजरता है।
ऐसे ही विरेंद्र भड़ाना ने घरों तक खाना पहुंचाने की मुहिम शुरू कर दी है। इसमें उनके मित्र विष्णु भी उनकी सहायता कर रहे हैं। उन्होंने यह कार्य सुबह का खाना और शाम का खाना । उन सभी के घरों में उपलब्ध कराया जा रहा है। उसमें रोटी, दाल, सब्जी ,पका हुआ केला ,बेसन के लड्डू है। सभी भोजन को पैक करके ई रिक्शा में भरकर उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है।
यह कार्य 3 लोगों को सौंपा गया है। तीनो लोग हर गली गली में जाकर उन तक खाना पहुंचा रहे हैं। जिन्हें इस खाने की सबसे ज्यादा जरूरत है ।वह पूरा ध्यान रखकर इस खाने को बना रहे हैं। यह खाना लक्ष्मी नारायण मंदिर ग्रीन फील्ड में बनाया जा रहा है।
इस खाने को बनाते हुए यह पूरा ध्यान रखा जाता है कि हाथ साफ रहे ,जगह साफ रहें ,स्वस्थ व्यक्ति ही इन्हें बना रहा हो। स्वच्छ हाथों से यह उन घर तक पहुंच सके। यह खबर इतनी बेहतरीन है कि और भी लोग इससे प्रेरित हो रहे हैं, ऐसा कार्य लोगों को करना चाहिए जिससे लोग सुरक्षित रहे और उन्हें कोई परेशानी ना हो। यह कदम लाखों लोगों के लिए सहारा है।
परेशानियों से दूर रहने का ऐसे ही संक्रमित मरीजों का ध्यान जनता को रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने मैसेज किया हुआ है कि अगर किसी होम आइसोलेशन वाले मरीज को खाना चाहिए है तो वह उनको उनके नंबर पर मैसेज कर कर अवगत करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को उनका पहला दिन था और पहले दिन उन्होंने करीब 75 लोगों को खाना पहुंचाया है।
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