महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उसी महामारी को रोकने के लिए सरकार के द्वारा जहाँ लॉकडाउन लगाया हुआ है। वहीं महामारी से ग्रस्त लोगों को अस्पताल में बेड व ऑक्सीजन की सुविधा नहीं मिल पा रही है।
जिसकी वजह से महामारी से ग्रस्त मरीजों के साथ साथ उनके परिजनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अगर हम होम आइसोलेशन वाले मरीज़ों की बात करें तो जिले में करीब हजारों की संख्या में लोग होम आइसोलेशन पर है। जिसमें से भी कुछ मरीज ऑक्सीजन की सुविधा अपने घर पर ही ले रहे हैं। क्योंकि अस्पताल में उनको जगह नहीं मिल पा रही है। इसी महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिले का एक ऐसा अस्पताल है।
जिसमें पहले से ही आईसीयू और सेमी आईसीयू वार्ड बना हुआ है। लेकिन दिन प्रतिदिन बढ़ते मामलों को देखते हुए वह आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
आने वाले कुछ दिनों में करीब 20 नए आईसीयू बेड इस अस्पताल में और शामिल हो जाएंगे। जी हां हम बात कर रहे हैं एनआईटी तीन नंबर स्थित ई एस आई सी स्थित मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की। रजिस्ट्रार डॉ एके पांडे ने बताया कि महामारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
उनके अस्पताल को कोविद सेंटर बनाया हुआ है। जिसमें करीब 600 बेड महामारी से ग्रस्त मरीजों के लिए मौजूद है। इस 600 बेड में करीब 70 से 80 जो बेड है। वह आईसीयू और सेमी आईसीयू वाले हैं। वही कुछ बेड ऑक्सीजन वाले हैं।
वह अन्य जनरल वार्ड जो महामारी से ग्रस्त मरीज है उनके लिए बनाए हुए हैं। लेकिन महामारी का जैसे प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। उसे देखते हुए अब आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। जो कि आने वाले कुछ दिनों में करीब 100 हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि उनके यहां पर जो सेमी आईसीयू के 10 बेड है। वह उनको भी आईसीयू बेड में तब्दील करने वाले हैं। ताकि गंभीर मरीजों को बिना किसी परेशानी के इस अस्पताल में उपचार मिल सके। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में उनके यहां पर 1000 लीटर ऑक्सीजन वाला सेंटर भी शुरू होने वाला है।
उनके यहां पर एक सेंटर पहले से ही चल रहा है। लेकिन आने वाले कुछ महीनों में एक और बहुत बड़ा ऑक्सीजन सेंटर बनाया जा रहा है। जिससे कि इस अस्पताल में आने वाले मरीजों को भविष्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
डॉ एके पांडे ने बताया कि महामारी के तीसरे फेज आने से पहले उनका अस्पताल पूरी तरह से उस फेस से लड़ने के लिए तैयार हो जाएगा। इसीलिए उनके द्वारा यह सभी महत्वपूर्ण जो कार्य है वह समय रहते पूरे कर दिए जाएंगे।
जिससे कि आने वाले समय में मरीजों को किसी प्रकार की कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आने वाले समय में इस अस्पताल को दोबारा से नॉन कोविद सेंटर कर दिया जाए। लेकिन उसके बावजूद भी इस अस्पताल में आने वाले आई पी को इन सभी सुविधाओं से बहुत ही अच्छा उपचार मिलने की उम्मीद है।
ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…