हरियाणा सरकार ने स्कूल और कॉलेज खोलने का फैसला ले लिया है। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि जुलाई में स्कूल और अगस्त में कॉलेज में क्लास शुरू की जाएगी। सोशल डिस्टनसिंग का किया जाएगा पालन। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि भिवानी बोर्ड दसवीं का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित किया जाएगा |
प्रदेश में स्कूल खोलने के बड़े फैसले के लिए बड़ी सावधानी करनी होगी , क्या हो सकती है वो सावधानी ?
छोटे बच्चों की इम्यूनिटी लेवल काफी कम होता है और ये बात कहने के लिए कोई आशंका नहीं होनी चाहिए कि हर माता पिता की जान उनके बच्चों में होती है इसलिए माता पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए जरूर ही काफी सावधानी बरतेंगे। अन्य देशों में भी स्कूल खोलने के लिए नियम बनाए गए , इन्हीं से जुड़े कुछ जरूरी नियम हम आपको बताने जा रहे है क्योंकि सरकार द्वारा स्कूल खोलने के आदेश आए है , इसलिए प्रशासन को करने होंगे ये जरूरी इंतजाम –
इजरायल के स्कूल में पुखते इंतजाम के बाद भी कैसे फैला कोरोना –
इजरायल दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है ,जिन्होंने कोरोना के मामलों को अपने देश में काबू कर लिया है । लेकिन पिछले 24 घंटों में कोरोना ने इस देश में कोहराम मचा रखा है ।जहां कहीं न कहीं छात्र को इससे ज़्यादा प्रभाव देखने को मिला ।अधिकतर बच्चे इस बीमारी के चमेट में आ गए है । इससे पहले 1 मई को 155 मामले सामने आए जिनमें स्कूली बच्चे भी शामिल थे ।इजरायल के स्वस्थ मंत्रालय के अनुसार संक्रमण स्कूल खुलने की वजह से फैला है ।इसलिए इजरायल कि सरकार देरी ना करते हुए 40 स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए है ।वहीं 7000 टीचर और छात्रों को क्वारंटाइन किया गया ।स्कूलों और दूसरे संस्थानों में महामारी फैलने से इजरायल में संक्रमण का दूसरा दौर भी शुरू हो चुका है ।
आपको बता दें कि इजरायल में कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में ही लॉक डाउन लगा दिया गया था ।अप्रैल के महीने तक कोरोना मामलों पर रोक लोग दी गई जिसके बाद अप्रैल मध्य में अनलॉक शुरू किया गया जिसमें स्कूल, कॉलेज ,ऑफिस इत्यादि खोला गया । आपको बताना चाहेंगे कि 17342 से अधिक कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ चुके है , वहीं कोरोना से 290 लोगों की मौत हो चुकी है और 15000 लोग ठीक हो चुके है । इजरायल में अचानक से कोरोना मामलों में उछाल आने का कारण स्कूल में हुई चूक है । हालाकि यहां के सभी स्कूलों में नियमो का पालन किया जा रहा था , लेकिन कहीं न कहीं हुई छोटी सी गलती ने कोरोना का कोहराम फिर से शुरू कर दिया ।
इजरायल शक्तिशाली देशों में से एक है और कोरोना पर जल्द ही रोक लगाने में भी ये देश कामयाब हुआ लेकिन स्कूल में कोरोना फैलने से संक्रमण का खतरा एक बार फिर शुरू हो चुका है , इसलिए को चूक इजरायल में ही हिंदुस्तान के स्कूलों में ना ही इसलिए प्रशासन को सख्ती दिखानी बेहद जरूरी है ।
यदि सरकार ने स्कूल खोलने के निर्णय ले ही लिए है तो ये सभी बातें हमारी ओर से बस एक सुझाव है यदि आप भी अपना कोई सुझाव देना चाहते है तो कमेंट करके जरूर बताएं आपका क्या कहना है ?
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