फरीदाबाद के नागरिक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से जीवित प्रेम सागर पांडेय को मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद कागजों पर वे स्वयं को जीवित दिखाने के लिए पिछले 2 महीने से नागरिक अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं।
एसजीएम नगर के रहने वाले प्रेम सागर पांडेय के इकलौते पुत्र राजेश की अचानक तबीयत खराब हो गई थी और पुत्र के इलाज के लिए वे नागरिक अस्पताल पहुंचे और उसे इमरजेंसी में भर्ती करवाया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रेम सागर का कहना है कि इमरजेंसी के कार्ड पर उनके पुत्र राजेश का ही नाम था
परंतु मृत्यु प्रमाण के लिए भेजे गए कागजों पर पुत्र राजेश की जगह उनका नाम प्रेम सागर पांडेय पुत्र वासुदेव पांडेय लिखकर भेज दिया गया। ऐसे में 20 जून को अगर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होता है तो उस पर प्रेम सागर पांडेय को मृत दर्शाया जाएगा। इसके कारण उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
प्रेम सागर पांडेय राजस्थान के कुशखेड़ा में नौकरी करते थे लॉकडाउन से पूर्व वे फरीदाबाद आ गए थे। अब अनलॉक होने के बाद कंपनी से बार-बार फोन आ रहे हैं। परंतु परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाला कोई ना होने की वजह से परेशानियां हो रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे किस अधिकारी के पास अपनी शिकायत लेकर जाएं,
जिससे जल्द से जल्द स्वास्थ्य कर्मियों की यह गलती ठीक हो जाए। इस पर प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है, अगर ऐसा है तो जल्द से जल्द इसका समाधान करा दिया जाएगा।
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