वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य निवास स्थान है ये राज्य। इसने कई निर्णायक युद्ध भी देखे, महाभारत के युद्ध से लेकर पानीपत की लड़ाईयां भी इसी भूमि पर हुई हैं। भगवान श्री कृष्ण ने गीता का पाठन भी इसी पवित्र भूमि पर किया। हम बात कर रहे है हरियाणा राज्य की। इतनी सारी ऐतिहासिक धरोहर होने के बाद भी कोई हरियाणा को अपना टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं बनाता। आपको नहीं लगता कि हरियाणा का पर्यटन बहुत कमजोर है। क्या आपने कभी किसी को यह कहते सुना है कि इस बार हम हरियाणा घूमने जायेंगे।
किसी समय में हरियाणा हिंदुस्तान की सल्तनत को हथियाने में सबसे मजबूत किला हुआ करता था। लेकिन समय का चक्र तो देखो आज हरियाणा का ऐतिहासिक महत्त्व न के बराबर है। जब से हरियाणा ने उद्योगीकरण पर जोर दिया तब से पर्यटन कहीं पीछे छूट गया।
ऐसा समझते है लोग हरियाणा को
लोगों के मन में इसकी छवि एक ऐसे राज्य के रूप में है जहां केवल लड़ाई–झगड़े, लिंग भेदभाव, और अपराधिक गतिविधियां होती हैं। ऐसा नहीं है कि केवल हरियाणा में ही अपराध होता है दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और सभी जगह अपराध होता है लेकिन साथ ही यहां कुछ अच्छा भी होता है। हरियाणा की ज्यादातर खबरें नकारात्मक ही आती हैं। इसलिए जो लोग यहां कभी नहीं आए उनको यहां केवल क्राइम ही नजर आता है। लेकिन जो लोग यहां आते हैं वे जानते की यहां केवल क्राइम ही नहीं है।
कमजोर लिंगानुपात
अपराध के अलावा एक और नकारात्मक छवि जो लोगों के मन में है वह लिंगानुपात है। यहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से बहुत कम है। लेकिन हरियाणा ही एक राज्य नहीं है जहां लिंगानुपात कमजोर है। राजस्थान में भी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या कम है लेकिन फिर भी यहां टूरिस्ट की कोई कमी नहीं है। देश–विदेश से लोग यहां घूमने आते हैं।
8000 साल पुरानी सभ्यता
हरियाणा के हिसार में स्थित बानावाली और राखीगढ़ी में बसी सभ्यता को मोहनजोदड़ो से भी प्राचीन, व्यवस्थित और विशाल बताया गया। इसे सिंधु घाटी सभ्यता से भी पुरानी सभ्यता माना गया है और यह करीब 8000 साल पुरानी है।
यहां की लोक संस्कृति
इन सबके अलावा अगर आपने हरियाणा की संस्कृति देख ली तो आप इसके फैन हो जाओगे। अगर आपको हरियाणा की लोक संस्कृति देखनी है तो आप भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) द्वारा आयोजित वार्षिक उत्सव में अवश्य जाएं। यहां हरियाणा के लड़के अपने लोकगीतों का इतना अच्छा प्रदर्शन करते हैं कि आप इनसे अपनी नज़रें नहीं हटा पाओगे। यहां की लोक संस्कृति महाभारत काल से चली आ रही है। उनकी लोक कथाओं में इन सबका ज़िक्र मिलता है।
यहां कि रास लीला, झूमर और अनेक लोक नृत्य से लोगों के मन में एकता और एकजुटता की भावना पैदा होती है। इसके अलावा हरियाणा की नाइटलाइफ भी काफी लोकप्रिय है। फरीदाबाद और गुरुग्राम की नाइटलाइफ को देखने के लिए दिल्ली एनसीआर से लोग यहां आते हैं।
खेलों में है सबसे आगे
इसके अलावा हरियाणा के लोग खेलों के प्रति काफी संवेदनशील है। यहां के लोग किसी भी कार्य को इतनी शिद्दत से नहीं चाहते जितना खेलों को चाहते है। खेलों के मामले में हरियाणा भारत में सबसे आगे है। भारत के सबसे बड़े एथलीट हरियाणा से ही आते हैं। पिछले कॉमनवेल्थ खेलों में अकेले हरियाणा ने 13 मेडल अपने नाम किए। इस बार टोक्यो ओलंपिक 2021 में हरियाणा से 30 खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया।
खानपान
हरियाणा कई राज्यों के साथ अपनी सीमाएं बांटता है इसलिए यहां तरह–तरह का खाना खाया जाता है। यहां के अधिकतर लोगों को सादा खाना पसंद आता है। दूध–दही यहां के व्यंजनों में शामिल होता ही है। इसके अलावा रोजमर्रा के खानपान में लस्सी, मिक्सड दाल, कचरी की सब्जी और बाजरे की खिचड़ी शामिल होती है। आपको यहां का खाना इतना पसंद आएगा कि आप बाकी सब भूल जायेंगे।
बहुत कम लोग जानते है इस जगह को
हरियाणा में कई ऐसी घूमने की जगह हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। हम बात कर रहे है ‘मोरनी हिल्स’ की। इसकी ऊंचाई 1,267 मीटर है और यह हरियाणा के पंचकूला जिले में स्थित है। यह चंडीगढ़ से 45 किमी और पंचकूला शहर से 35 किमी दूर है। इसके अलावा कालेसर राष्ट्रीय उद्यान, रॉक गार्डन, सुल्तानपुर नेशनल पार्क, ब्रह्म सरोवर, रानी का तालाब आदि स्थानों पर आप घूम सकते हैं।
आज हमने आपको हरियाणा के उन सभी पहलुओं के बारे में बताया, जिन्हें जानकर आप इसे अपनी ट्रैवलिंग लिस्ट का हिस्सा जरूर बनाएंगे।
ओम योग संस्थान ट्रस्ट, ओ३म् शिक्षा संस्कार सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पाली , फ़रीदाबाद, हरियाणा, भारत…
ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद में आयोजित वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक-खेल उत्सव, एचिस्टा 2K24 का दूसरा दिन…
एचिस्टा 2K24 का भव्य समापन ऐशलॉन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में हुआ, जो तीन दिनों की…
फरीदाबाद के ऐशलॉन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तीन दिवसीय "ECHIESTA 2K24" का आज उद्घाटन हुआ।…
बल्लबगढ़ स्थित सेक्टर-66 आईएमटी फरीदाबाद में लगभग 80 एकड़ में होने वाली पांच दिवसीय शिव…
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु दृढ़ संकल्प को मन,वचन व कर्म से निभाते हुए विभिन्न…