महाराष्ट्र के बुलढाणा डिस्ट्रिक्ट में स्तिथ लोनार झील फिर से सुर्खियों में है, हमेशा से ही लोगों के मन में लोनार झील कोतूहल पैदा करती आई है। एक बार फिर इस झील ने सबको हैरान कर दिया। इस बार झील के पानी का रंग बदल गया है, पानी का रंग रातों रात बदल कर गुलाबी हो गया। पानी के रंग में अचानक आए बदलवाव का कारण पता लगाया जा रहा है।
इस झील से जुड़ा हैरान करने वाला एक वाक्या यहां के ग्रामीण भी बताते हैं, वो कहते हैं कि साल 2006 में यह झील सूख गई थी। उस वक़्त लोगों ने पानी की जगह झील में नमक देखा था और साथ ही अन्य खनिजो के छोटे बड़े चमकते हुए टुकड़े देखे। लेकिन कुछ ही समय बाद यहां बारिश हुई और झील फिर से भर गई। हालांकि 2010 से पहले यह माना जाता था कि यह झील करीब 52 हजार साल पुरानी है, लेकिन इस नए शोध ने सबको हैरान कर दिया।
कहते है कि इस झील का उल्लेख रिग वेद और स्कंद पुराण में भी मिलता है। इस झील को रासायनिक गुणों से भरपूर बताया जाता है, और बताया जाता है कि मौसम के मुताबिक पानी में बदलाव आता है। बताया जाता है कि लोनार झील का पानी खारा है। लोनार झील संरक्षण और विकास समिति के सदस्य ने बताया कि यह झील अधिसूचित राष्ट्रीय भगोलिक धरोहर स्मारक है।
इसका पानी खारा है और इसका पीएच स्तर 10.5 है । उन्होंने कहा कि जलाशय में शेवाल है, पानी के रंग बदलने की वजह लवांटा और शेवाल हो सकते हैं।
Written by – Ansh Sharma
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