Categories: Featured

क्रिकेट से फुरसत मिले तो स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू के बारे में भी पढ़ लीजिये कुछ ख़ास बातें

हमारे देश में क्रिकेट को जितना महत्व दिया जाता है उतना किसी खेल को शायद ही दिया जाता होगा। क्रिकेटर्स को तो लोग जानते हैं लेकिन किसी अन्य खेल के खिलाडियों को लोग नहीं जानते। पीवी सिंधु ने इस साल टोक्यो 2020 ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है और भारत की पहली महिला डबल ओलंपिक पदक विजेता बनीं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला एकल में तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ में दुनिया की 9वें नंबर की चीन की ही बिंग जिओ पर सीधे गेम में जीत के बाद भारत के लिए कांस्य पदक जीता।

जो मेहनत करते हैं, खुद पर विश्वास रखते हैं उन्हें बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी कभी हरा नहीं सकती। टोक्यो 2020 ओलंपिक में उनके प्रदर्शन से उत्साहित राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने निरंतरता, समर्पण और उत्कृष्टता का एक नया पैमाना स्थापित करने के लिए उनकी सराहना की। प्रधान मंत्री मोदी ने भी सिंधु को उनकी ओलंपिक जीत पर बधाई दी और उन्हें भारत के सबसे उत्कृष्ट ओलंपियनों में से एक के रूप में सम्मानित किया।

क्रिकेट से फुरसत मिले तो स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू के बारे में भी पढ़ लीजिये कुछ ख़ास बातेंक्रिकेट से फुरसत मिले तो स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू के बारे में भी पढ़ लीजिये कुछ ख़ास बातें

पीवी सिंधु के नाम से आज भारत का बच्चा- बच्चा वाकिफ है। वह 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी थीं और उन्हें फोर्ब्स में 2018 और 2019 में सबसे अधिक भुगतान पाने वाली महिला एथलीटों के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया था। पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद में पीवी रमना (पिता) और पी विजया (मां) के घर हुआ था। उनके माता-पिता राष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं।

टोक्यो में शानदार जीत के बाद पीवी सिंधु ने देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा औक्सिलियम हाई स्कूल, हैदराबाद और सेंट एन कॉलेज फॉर विमेन, हैदराबाद में की। पुलेला गोपीचंद, 2001 ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियन बैडमिंटन को अपने करियर के रूप में चुनने के लिए सिंधु की प्रेरणा बनीं।

कड़ी मेहनत के दम पर सिंधु ने यह मुकाम हासिल किया है। उनकी मेहनत देशवासियों को गर्वित कर रही है। सिंधु ने आठ साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। महबूब अली के मार्गदर्शन में, उन्होंने सिकंदराबाद में भारतीय रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग और दूरसंचार संस्थान के बैडमिंटन कोर्ट में बैडमिंटन की मूल बातें सीखना शुरू किया था।

Avinash Kumar Singh

Published by
Avinash Kumar Singh

Recent Posts

अब से Haryana रोडवेज़ की बसों पर देखने को मिलेगा यह नया स्लोगन, परिवहन मंत्री अनिल विज ने जारी किए आदेश 

अभी तक प्रदेश की जनता ने हरियाणा रोडवेज की बसों पर सिर्फ़ 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'…

7 days ago

आज जारी हो सकता है Haryana बोर्ड की कक्षा 10वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक 

प्रदेश के जिन छात्रो ने इस साल हरियाणा बोर्ड की 10वीं कक्षा के एग्जाम दिए…

1 week ago

Haryana के इस जिले की बेटी ने बिना ट्यूशन के ही 12वीं में हासिल किए 95.6%, यहाँ पढ़े पूरी खबर 

अभी हाल ही में हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 12 वी का रिज़ल्ट जारी किया है,…

1 week ago

इस फसल की खेती करने पर Haryana के किसानों को मिलेंगे प्रति एकड़ 1 हजार रूपये, यहाँ पढ़े पूरी ख़बर 

हरियाणा सरकार आए दिन प्रदेश की जनता के हित में कार्य कर रही है, ताकि…

1 week ago

Haryana के इन जिलों में होगा मॉक ड्रिल, यहाँ जाने इससे जुड़ी सभी जानकारी 

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सतर्कता…

2 weeks ago

Haryana शिक्षा बोर्ड ने 10वीं के परिणाम घोषित करने से पहले लिया यह बड़ा फैसला, यहाँ पढ़ें पूरी खबर 

प्रदेश के जिन छात्रों ने इस बार दसवीं की परीक्षा दी है यह खबर उनके…

2 weeks ago