विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जून में अब तक भारतीय पूंजी बाजार में 20,574 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। नए डिपॉजिटरी आंकड़ों के अनुसार 1 से 12 जून के बीच एफपीआई ने इक्विटी में 22,840 करोड़ रुपये का निवेश किया है | लेकिन इस बीच डेब्ट सेगमेंट से 2,266 करोड़ रुपये निकाल लिए है । यानी उन्होंने कुल 20,574 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है।
कोरोना संकट के चलते शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है । भारतीय पूंजी बाजारों की भी हालत काफी बिगड़ गई थी। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में काफी बिकवाली भी की थी।
तीन महीने की बिकवाली से जून की शुरुआत भी काफी अच्छी रही थी। पहले हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजारों में 18,589 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था। इनमें जून के पहले पांच कारोबारी दिनों में विदेशी निवेशकों ने इक्विटी में 20,814 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया, लेकिन डेब्ट सेगमेंट से 2,225 करोड़ रुपये निकाले।
पहले हफ्ते में विदेशी निवेशकों की तरफ से 18,589 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आया। मगर जून से पहले लगातार तीन महीनों में एफपीआई ने भारतीय बाजारों से अपनी पूंजी निकाली थी।
एफपीआई ने मई में 7,366 करोड़ रुपये, अप्रैल में 15,403 करोड़ रुपये और मार्च में रिकॉर्ड 1.1 लाख करोड़ रुपये भारतीय बाजारों से निकाले थे। पिछले हफ्ते रिलायंस इंडस्ट्रीज के राइट्स इश्यू और कोटक बैंक में उदय कोटक द्वारा 2.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी की बिक्री ने विदेशी निवेशकों को काफी आकर्षित किया।
एक्सपर्ट कहते हैं कि विदेशी निवेशकों ने भारतीय इक्विटी बाजार में निवेश करना तो शुरू कर दिया है, लेकिन एक बदलाव की स्थिति बनने के लिए एफपीआई को निवेश को बरकरार रखना होगा। यदि स्थिति बिगड़ती है तो विदेशी निवेशक फिर से सुरक्षित जगहों की तरफ चले जाएंगे।
कोरोना के चलते देश और दुनिया में इस वक्त लॉकडाउन चल रहा है, या उसके निगेटिव का असर चल रहा है। इसके चलते भारत सहित दुनिया के तमाम देशों के शेयर बाजार की हालत खराब है। कई शेयर के रेट तो आधे से भी कम हर गए हैं। लेकिन निवेश की दुनिया की एक पहलू है। इसका दूसरा पहलू है कि इस बाजार में अगर समझदारी से निवेश किया जाए तो यह आसानी से करोड़पति बना सकता है।
माना जाता है कि लॉकडाउन के कुछ साल पहले से ही देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही थी। इस प्रकार करीब 4 से 5 साल अच्छे नहीं रहे हैं, लेकिन अगर 10 साल पहले के निवेश पर नजर डाली जाए तो कई शेयरों ने निवेशकों को करोड़पति बना दिया है। हालांकि ऐसे शेयरों की काफी ज्यादा हो सकती है, लेकिन हम यहां पर ऐसे 2 शेयर बता रहे हैं, जिन्होंने निवेशकों को 1 करोड़ रुपये से लेकर करीब 6 करोड़ रुपये तक का मुनाफा करा दिया है।
शेयर बाजार में समझदारी के साथ निवेश कितना फायदा कराता है यह बजाज फिनांस के शेयर के रिटर्न को देख कर समझा जा सकता है। बजाज फिनांस के शेयर ने पिछले 10 सालों में करीब 5085 प्रतिशत की तेजी दर्ज की है। पिछले 10 सालों में इसके शेयर का रेट 45.07 रुपये प्रति शेयर से बढ़कर 2337.15 रुपये प्रति शेयर पहुंच गया है। अगर किसी ने इस शेयर में 10 साल पहले 2 लाख रुपये का निवेश किया होगा तो उसकी वैल्यू अब 1.02 करोड़ रुपये हो गई है।
निवेशकों को करोड़पति बनाने वाला दूसरा शेयर है एल्काइल अमीन। इस शेयर ने पिछले दस साल में करीब 5162 प्रतिशत की तेजी दर्ज की है। एल्काइल अमीन के शेयर का रेट पिछले 10 सालों में 40.03 रुपये प्रति शेयर से बढ़कर 2106.15 रुपये प्रति शेयर हो चुका है। अगर किसी निवेशक ने एल्काइल अमीन के शेयर में 10 साल पहले इसमें 2 लाख रुपये का निवेश किया होगा तो अब उसकी वैल्यू करीब 1.03 करोड़ रुपये होगी।
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